DG जेल का प्रयास- देश में UP अव्वल- वर्दी पर लगाया गया प्रतीक चिन्ह

DG जेल का प्रयास- देश में UP अव्वल- वर्दी पर लगाया गया प्रतीक चिन्ह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कारागारों में पूरे देश के लगभग 24 प्रतिशत बंदी निरूद्ध हैं। निःसंदेह उत्तर प्रदेश के कारागारकर्मी सम्पूर्ण देश में सबसे महत्वपूर्ण व चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। कारागार विभाग ब्रिटिशकालीन जेलों की शोषक-उत्पीड़क छवि से उबरकर बंदियों के कल्याण व सुधारात्मक गतिविधियों में अप्रतिम योगदान दे रहा है।


गौरतलब है कि आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव व नववर्ष 2023 के शुभ अवसर पर कारागार विभाग द्वारा अर्जित की गयी उपलब्धियों के लिए जेल मैनुअल 2022 के पैरा 905 में प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए कारागार विभाग के समस्त वर्दीधारी कार्मिकों को विगत वर्षों में किये गये बंदी उत्थान, कोविड विभीषिका से बचाव हेतु कुशल प्रबन्धन एवं अन्य प्रशासनिक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिये जाने के दृष्टिगत् कारागार विभाग का INSIGNIA ( प्रतीक चिन्ह ) प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।


उत्तर प्रदेश कारागार विभाग के समस्त वर्दीधारी कार्मिकों को इस को दाहिने सीने पॉकेट (Breast Pocket) पर वर्दी में नेम प्लेट के ऊपर धारण करने हेतु अधोहस्ताक्षरी द्वारा अधिकृत किया जाता है। इस दौरान डीजी जेल आनंद कुमार ने कहा कि यूपी की जेलों को देश का पहला जेल विभाग होने का अनूठा गौरव प्राप्त है, जिसे आज लॉन्च किया गया है। सभी वर्दीधारी कारागार कर्मियों को अपनी वर्दी पर इसे सज्जित करने के लिए अधिकृत किया गया है।

epmty
epmty
Top