उड़न खटोले में मायके से विदा हुई बेटियां- ससुराल में नहीं मिली इजाजत

उड़न खटोले में मायके से विदा हुई बेटियां- ससुराल में नहीं मिली इजाजत

बरेली। मां से किए गए वायदे को पूरा करते हुए किसान भाइयों ने अपनी बेटियों को धूमधाम से शादी कर उड़न खटोले से ससुराल के लिए विदा किया। लेकिन ससुराल में हेलीकॉप्टर के उतरने की इजाजत नहीं मिलने पर दुल्हनों के आने का इंतजार कर रहे गांव वाले निराशा में हवा में उड़ रहे हेलीकॉप्टर को देखते रह गए। बाद में हेलीकॉप्टर दिल्ली के लिए रवाना हो गया।

दरअसल जनपद बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव दोहना पीतमराय निवासी किसान राजेंद्र सिंह यादव की बेटी प्रियंका और उनके छोटे भाई रामदास उर्फ नन्हे यादव की बेटी प्रीति की शादी मीरगंज के गांव हल्दी खुर्द निवासी सगे चचेरे व तयेरे भाइयों के साथ हुई है।

राजेंद्र सिंह यादव ने बताया है कि उनकी 70 वर्षीय मां प्रेमवती की अंतिम इच्छा थी कि दोनों बेटियों को उड़न खटोले में सवार करके ससुराल के लिए विदा किया जाए।

बृहस्पतिवार को आई बारात की अच्छे से आवभगत करते हुए शादी की सभी रस्में अदा करने के बाद शुक्रवार की सवेरे दोनों बेटियों को ससुराल के लिए उनके दूल्हों के साथ हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया। प्रशासन से लैंडिंग की अनुमति प्राप्त कर ली गई थी। लेकिन बेटियों की ससुराल मीरगंज में प्रशासन की ओर से हेलीकॉप्टर को उतारने की अनुमति नहीं मिली। जिससे दूल्हा दुल्हन के उड़न खटोले से उतरने का इंतजार कर रहे गांव वाले आसमान में उड़ रहे हेलीकॉप्टर को देखते हुए रह गए। बाद में दूल्हा-दुल्हन दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

epmty
epmty
Top