चिराग ने दिखाया दम, नहीं पड़ा है असर कम

चिराग ने दिखाया दम, नहीं पड़ा है असर कम

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती पर उनके पुत्र और सांसद चिराग पासवान ने आज समर्थकों की भीड़ जुटाकर अपना राजनीतिक दम दिखाया।

पासवान लोजपा में टूट के बाद पहली बार सोमवार को यहां के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचे तब वहां बड़ी संख्या में मौजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और गाड़ियों के काफिले को संभालने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हवाई अड्डा से सांसद पासवान का काफिला सीधे पटना उच्च न्यायालय के निकट बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए रवाना हुआ। बाबा साहेब की प्रतिमा स्थल के मुख्य प्रवेश द्वार बंद रहने के कारण वह माल्यार्पण नहीं कर सके। इससे नाराज पासवान बीच सड़क पर ही बैठ गए।

सांसद पासवान के बीच सड़क पर बैठने के बाद बड़ी संख्या में वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सड़क पर धरना के कारण कुछ देर के लिए बेली रोड पर यातायात कुछ देर के लिए अवरुद्ध हो गया। बाद में पासवान ने कहा कि बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण के संबंध में पहले से ही स्थानीय प्रशासन को जानकारी दे दी गई थी बावजूद इसके मुख्य प्रवेश द्वार को नहीं खोला गया । बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से भी रोका गया है।

इसके बाद पासवान पहले से तय किए गए अपने मार्ग से हाजीपुर के लिए रवाना हो गए। बड़ी संख्या में वाहनों के काफिले के कारण हाजीपुर की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही। हाजीपुर की सीमा में काफिले के पहुंचते ही पहले से इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं का घुड़सवार दस्ता ने उनकी अगवानी की। इसके बाद धीरे धीरे उनका काफिला वीर शिरोमणि बाबा चौहरमल की प्रतिमा स्थल पर पहुंचा जहां उन्होंने माल्यार्पण किया। इसके बाद हाजीपुर के सुल्तानपुर बस्ती में आयोजित जयंती समारोह में भाग लेने के लिए रवाना हो गए।

वही लोजपा के पारस गुट ने पटना के हवाई अड्डा के निकट लोजपा कार्यालय में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की जयंती मनाई। पारस की मौजूदगी में दिवंगत नेता की जयंती मनाई गई। साथ ही गरीब लोगों को भोजन भी कराया गया। इस मौके पर पारस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लोजपा संस्थापक को भारत रत्न देने की मांग की। साथ ही पटना के पार्टी कार्यालय को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने और कार्यालय के निकट उनकी आदम कद प्रतिमा लगाने की भी मांग की।

वार्ता

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