बुधवार को सिसौली में नहीं गाजीपुर बॉर्डर पर होगी भाकियू की पंचायत

बुधवार को सिसौली में नहीं गाजीपुर बॉर्डर पर होगी भाकियू की पंचायत

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन की राजधानी सिसौली में इस बार संगठन की मासिक बैठक आयोजित नहीं की जाएगी बल्कि यह पंचायत राजधानी दिल्ली में चल रहे गाजीपुर बॉर्डर के धरना स्थल पर होगी। इस बैठक में युवाओं के बड़ी संख्या में शामिल होने की आशाएं लगाई जा रही है।

नए कृषि कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे किसानों के आंदोलन के चलते संयुक्त किसान मोर्चा की देशभर में महापंचायतें हो रही है। भारतीय किसान यूनियन ने अपने गठन के बाद से चली आ रही परंपरा से हटकर इस बार संगठन की मासिक पंचायत यूनियन की राजधानी सिसौली के बजाय गाजीपुर बॉर्डर पर करने का निर्णय लिया है। बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर पर पंचायत आयोजन होने से पहली बार ऐसा होगा जब यूनियन की परंपरा के अनुसार सिसौली स्थित किसान भवन में मासिक पंचायत नहीं होगी। किसान आंदोलन की मजबूती के लिए यह कदम उठाना बताया जा रहा है। युवा किसानों को नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन से जोड़ने की तैयारी भी किसान संगठनों की ओर से की गई है। इसके लिए शहीद सरदार भगत सिंह के बलिदान दिवस 23 मार्च को पीली पगड़ी दिवस के रूप में मनाने का किसान संगठनों की ओर से ऐलान किया गया है। देश भर से यहां पर पीली पगड़ी के साथ युवा किसान जुट़ेंगे।

भारतीय किसान यूनियन युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गौरव टिकैत ने बताया कि इस बार देश की सबसे बड़ी ऐतिहासिक होली गाजीपुर बॉर्डर पर मनाई जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारियां की जा रही है। इस बार की होली को यादगार बनाने के लिए देश के अलग-अलग कई राज्यों व हिस्सों से भारी संख्या में किसान राजधानी दिल्ली में जुटेंगे। इसके साथ ही किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए 17 मार्च को गाजीपुर बॉर्डर पर महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पंचायत मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में स्थित किसान भवन में भारतीय किसान यूनियन द्वारा आयोजित की जाती है जो कि यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत द्वारा डाली गई परपंरा के मुताबिक गठन के समय से ही चली आ रही है।

















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