गजब- इधर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान उधर अवैध पैंठ बाजार

गजब- इधर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान उधर अवैध पैंठ बाजार

रुड़की। नगर निगम की भी अजब गजब माया है। एक तरफ निगम की ओर से शहर भर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ महानगर में अवैध रूप से पैंठ बाजार भी सज रहा है। जिससे लोगों को पूरे दिन रास्ता संकरा होने से जाम से जूझते हुए अपने गंतव्य को जाना पड़ रहा है। उत्तरांचल वेंडर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष ने जब पैंठ बाजार में दुकान लगाने वालों से बातचीत की तो उन्होंने दबी जुबान से इस पैंठ बाजार के लगने के पीछे एक बड़ा रहस्य उजागर किया है।

दरअसल नगर निगम की ओर से सड़कों पर यातायात सुचारू बनाए रखने के दृष्टिगत समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाता है। इस दौरान सड़क किनारे अवैध रूप से दुकान लगाने वाले लोगों की धरपकड़ करते हुए स्थाई निर्माण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाती है।

उधर महानगर में मछली बाजार से लेकर रामपुर चुंगी तक लगने वाले पैंठ बाजार की वजह से परेशाली झेल रहे लोगों के दिलों दिमाग में नगर निगम की कार्रवाई के प्रति शंका उत्पन्न हो रही है। बताया जा रहा है कि मछली बाजार से लेकर रामपुर चुंगी तक लगने वाले पैंठ बाजार की नगर निगम या प्रशासन के किसी भी अफसर से अनुमति नहीं ली गई है जिसके चलते यह पैंठ बाजार अब पूरी तरह से अवैध बताया जा रहा है। पैंठ बाजार की वजह से लगने वाले जाम को देखकर जब उत्तरांचल वेंडर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष साजिद मलिक मामला जानने के लिए मौके पर पहुंचे तो बाजार में दुकान लगाने वाले एक दुकानदार ने आरोप लगाया है कि प्रशासन के नाम पर एक व्यक्ति द्वारा पैंठ बाजार में दुकान लगाने वाले दुकानदारों से 50 रूपये प्रति दुकान की वसूली की जाती है। व्यक्ति का कहना है कि यदि जल्द ही इस अवैध पैंठ बाजार पर रोक नहीं लगाई गई तो वह इस मामले को नगर निगम के साथ-साथ शासन स्तर तक ले जाएंग। अब देखने वाली बात यह रह गई है कि आखिर कब तक पैठ बाजार अवैध रूप से सड़क पर सजा रहता है।

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