सदन में उठी मंत्री धर्मसोत के बर्खास्तगी की मांग

सदन में उठी मंत्री धर्मसोत के बर्खास्तगी की मांग

चंडीगढ़। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाला पंजाब विधानसभा में भी गूंजा। विपक्ष ने मामले में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा, कुलतार सिंह संधवा व लोग इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस ने घोटाले का मामला उठाया। कहा कि इस मामले की ईमानदारी से जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोपित मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की।

सदन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि अध्यादेश और पावर अमेंडमेंट बिल के विरोध का प्रस्ताव पेश किया, जिसका विधायकों ने समर्थन किया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि अध्यादेश को लेकर कहा कि पानी और एमएसपी पंजाब की जान है। केंद्र सरकार एमएसपी को खत्म करने जा रही है। उन्होंने कहा कि एमएसपी तो रहेगी लेकिन जब मंडिया खत्म हो जाएगी तो किसान कहां जाएगा।

मुख्यमंत्री के इस प्रस्ताव का आम आदमी पार्टी लोक इंसाफ पार्टी ने जहां समर्थन किया, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने विरोध किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अकाली दल जानबूझकर सदन से इसलिए गायब है, ताकि वह इस प्रस्ताव के समर्थन को सर्वसम्मति से पास नहीं करवाना चाहता। कैप्टन ने कहा कि जो पार्टी आनंदपुर साहिब प्रस्ताव लाई थी आज वही पार्टी संघीय ढांचे के खिलाफ है।

पंजाब विधानसभा का एक दिवसीय मानसून सत्र में 117 विधायकों में से 52 ही मौजूद हैं। आम आदमी पार्टी के तीन विधायकों को ही सदन में एंट्री मिली है, जबकि अकाली दल का कोई भी विधायक सदन में मौजूद नहीं है।सत्र शुरू होने से पहले ही आम आदमी पार्टी के विधायकों को विधानसभा परिसर में जाने से रोक लिया गया, जिसके विरोध में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पीपीई किट पहनकर प्रदर्शन किया। विधायक मीत हेयर ने कहा, जिन विधायकों की रिपोर्ट नेगेटिव है उन्हें क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो दोबारा टेस्ट करवा ले, इसमें पांच मिनट से कम समय लगता है लेकिन विधायकों को विधानसभा में जाने दिया जाए। (हिफी)

epmty
epmty
Top