लखनऊ मेट्रो का शुभारंभ राजनाथ और योगी ने दिखायी हरी झंडी

लखनऊ : आज मेट्रो की शुरुआत हो गयी. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज (मंगलवार) को झंडी दिखाकर लखनऊ मेट्रो सेवा की शुरुआत की. मौके पर शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी भी मोजूद थे. इसके साथ ही लखनऊ देश का नौंवा शहर हो गया, जहां मेट्रो ट्रेन की परियोजना चालू हालत में है. हालांकि, जनता के लिए मेट्रो सेवा कल से शुरू होगी. मेट्रो की शुरुआत होने से लखनऊ की सडकों पर यातायात का दबाव कम होने की उम्मीद है. फिलहाल मेट्रो ट्रेन के चालू होने से तीन लाख यात्रियों को लाभ होने का अनुमान है. 80 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से चलने वाली इस मेट्रो ट्रेन में 64 मोबाइल चार्जिंग पाइंट दी गयी है. उद्घाटन के मौके पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम एक यूपी मेट्रो कॉरपोरेशन का गठन करेंगे जो उत्तर प्रदेश के कई शहर में मेट्रो विकसित करे. हम श्रीधरन जी से प्रधान सलाहकार के रूप में सहयोग की अपेक्षा करेंगे.
अभी पहले चरण में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच मात्र 8.5 किमी तक ही मेट्रो ट्रेन चलने जा रही है. इसका अगला चरण चार बाग से मुंशी पुलिया तक होगा. दोनों को मिलाकर कुल मेट्रो ट्रैक की लंबाई 23 किमी हो जायेगी. योजना के अनुसार शहर में मेट्रो का सफर आने वाले दिनों में 72 किमी तक का हो जायेगा. बताया जा रहा है कि राजधानी के 50 लाख जनता को इससे लाभान्वित होंगे.
क्या है लखनऊ मेट्रो में फीचर्स
लखनऊ मेट्रो ट्रेन सभी स्टेशनों पर खुद -ब - खुद रुकेगी. बताया जा रहा है कि मेट्रो ट्रेन के पहिये से बिजली भी पैदा किया जा सकेगा. वहीं सफर करने वाले यात्रियों पर कंट्रोल रूम से निगरानी की जा सकेगी. आपात स्थिति में किसी भी इमरजेंसी में मेट्रो पर कंट्रोल रूम से ब्रेक लगाया जा सकेगा. वहीं मेट्रो के एंट्री गेट तीन फीट तक के बच्चों के लिए फ्री में खुलेंगे.
कोच में लगी एलईडी रोशनी बाहर के हिसाब से कम ज्यादा खुद-ब-खुद होती रहेगी.यात्री इमरजेंसी के हालात में सीधे ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकेंगे. जहां तक बात सुविधा की हो तो स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाएं बेहतरीन हैं, फ्री वाई-फाई के साथ स्टेशन ग्रीन टॉयलेट से लैस हैं. इस मेट्रो में सुरक्षा सिस्टम भी सबसे आधुनिक है, ट्रेन काफी तेजी से रफ्तार पकड़ती है और उतनी ही तेजी से ये रोकी भी जा सकती है.
लखनऊ मेट्रो: 2000 करोड़ खर्च, रिकॉर्ड 790 दिन में सफर को तैयार
लखनऊ मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा करने में तीन वर्ष लगा. पहले चरण में मेट्रो को बनाने में चार हजार मजदूर लगे. इसका काम 790 दिन में पूरा हुआ जबकि 2 करोड़ 53 लाख 16 हजार रुपए हर रोज खर्च हुए. पहले चरण के कुल 8.5 किलोमीटर के इस रुट पर दीवाली जैसा नजारा दिख रहा है.