श्रीलंका ने आखिरी वनडे जीतकर खुद को क्लीन स्वीप से बचाया

श्रीलंका ने आखिरी वनडे जीतकर खुद को क्लीन स्वीप से बचाया

कोलंबो। गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद ओपनर अविष्का फर्नांडो (76) और तीसरे नंबर के बल्लेबाज भानुका राजपक्षे (65) के बेहतरीन अर्धशतकों से श्रीलंका ने भारत को तीसरे और अंतिम वनडे में शुक्रवार को तीन विकेट से हराकर खुद को क्लीन स्वीप होने से बचा लिया। भारत ने तीसरा वनडे हारने के बावजूद यह सीरीज 2-1 से जीत ली।

बारिश आने से मैच में ओवरों की संख्या घटाकर 47-47 कर दी गयी थी। भारत ने सलामी बल्लेबाजों पृथ्वी शॉ और संजू सैमसन और मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव की क्रमश: 49, 46 और 40 रन की उपयोगी पारियों की बदौलत श्रीलंका को 227 रन का लक्ष्य दिया और मेजबान टीम ने 39 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया।

श्रीलंका ने 35 रन पर अपना पहला विकेट गंवाया लेकिन फर्नांडो और राजपक्षे ने दूसरे विकेट के लिए 109 रन की बेहतरीन साझेदारी कर श्रीलंका की जीत की राह पर डाल दिया। श्रीलंका एक समय तीन विकेट पर 194 रन बनाकर अच्छी स्थिति में था लेकिन फिर उसने 26 रन के अंतराल में चार विकेट गंवा दिए । लेग स्पिनर राहुल चाहर इन इन चार में से तीन विकेट अपने नाम किये और मैच में अचानक ही रोमांच ला दिया। लेकिन रमेश मेंडिस ने नाबाद 15 रन बनाकर श्रीलंका को सम्मान बचाने वाली जीत दिला दी। श्रीलंका की इस साल यह दूसरी वनडे जीत है। फर्नांडो को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। भारत के सूर्यकुमार यादव को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला ।

भारत की तरफ से चाहर ने 54 रन पर तीन विकेट लिए जबकि चेतन सकारिया को 34 रन पर दो विकेट हासिल हुए। दोनों टीमें अब तीन टी 20 मैचों की सीरीज 25 जुलाई से खेलेंगी।

इससे पहले टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 43.1 ओवर में 225 रन पर ऑलआउट हो गई। सलामी बल्लेबाजों पृथ्वी शॉ और संजू सैमसन ने अच्छी शुरुआत दिलाई। कप्तान शिखर धवन के 13 रन पर आउट होने के बाद दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की। पृथ्वी ने जहां आठ चौकों की मदद से 49 गेंदों पर 49, वहीं सैमसन ने पांच चौकों और एक छक्के के सहारे 46 गेंदों पर 46 रन बनाए, हालांकि इसके बाद कोई लंबी साझेदारी नहीं हो पाई। सूर्यकुमार ने बीच में आकर पारी को संभाला, लेकिन वो भी लंबी पारी नहीं खेल पाए। उन्होंने सात चौकों के सहारे 37 गेंदों पर 40 रन बनाए। इसके बाद भारत की स्थिति लड़खड़ा गई। स्थिति यह हो गई कि बारिश के बाद खेल शुरू होने के बाद टीम ने 36 रन के अंदर पांच विकेट खो दिए।

157 रन पर मनीष पांडे के रूप में चौथा विकेट गिरा। देखते ही देखते 195 रन पर आठ विकेट गिर गए, हालांकि अंत में राहुल चाहर और नवदीप सैनी ने मुश्किल समय में 29 रनों की छोटी महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम को 220 के स्कोर के पार पहुंचाया, लेकिन दोनों और रन नहीं जोड़ पाए। 224 के स्कोर पर राहुल के आउट होने के बाद नवदीप भी उनके पीछे पवेलियन लौट गए और टीम 225 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई।

श्रीलंका की तरफ से अकीला धनंजय और प्रवीण जयविक्रमा ने शानदार गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। धनंजय ने 10 ओवर में 44 रन देकर तीन, जबकि जयविक्रमा ने 59 रन पर तीन विकेट लिए। दुष्मंथा चमीरा ने भी 8.1 ओवर में 55 रन देकर दो विकेट लिए। चमीका करुणात्ने और कप्तान दासुन शनाका को भी एक-एक विकेट मिला।

वार्ता

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