संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा BJP को दें सजा- किसान पूछे सवाल

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा BJP को दें सजा- किसान पूछे सवाल

मेरठ। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि केंद्र सरकार ने आश्वासन देकर हमारे से किसान आंदोलन खत्म करवाया था। अब सरकार की ओर से किसानों की मांगे पूरी नहीं की गई है। मोर्चा के नेताओं ने किसानों से अपील की है कि वह उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में किसान विरोधी भारतीय जनता पार्टी को उसके कहे से मुकरने की सजा दें।

रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित की गई पहली प्रेस वार्ता के दौरान किसान नेताओं की ओर से किसानों से अपील की गई है कि वह विधानसभा चुनाव में किसान विरोधी पार्टी बीजेपी को उसके किए की सजा दें। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि देश के भीतर हालात ठीक नहीं है। अब दूध को लेकर भी केंद्र सरकार एक नई नीति लेकर आ रही है। किसान की हालत पहले से ही बुरी बड़ी खराब है। उत्तर प्रदेश में धान की खरीद को लेकर बड़ा घोटाला उजागर हो चुका है लेकिन दोषियों के ऊपर कार्यवाही नहीं की गई है। भाकियू नेता ने कहा है कि केंद्र सरकार फसलों की एमएसपी को लेकर गारंटी कानून बनाना नहीं चाहती है। तमाम किसानों के पास खेती-बाड़ी के लिए पुराने ट्रैक्टर हैं। कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते किसान नये ट्रैक्टर खरीदने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने किसानों से कहा है कि जब भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी उनके दरवाजे पर वोट मांगने आए तो किसानों के तमाम मुद्दों पर उनसे सवाल जरूर करें। राकेश टिकैत ने कहा है कि राजधानी दिल्ली के बॉर्डर के ऊपर 13 महीने आंदोलन चला है। अब किसानों को वोट कहां देनी है यह उन्हें अच्छी तरह मालूम है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस देश में एक ही बिरादरी है जो किसानों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि वेस्ट यूपी में बीजेपी के बड़े नेता आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अब मुजफ्फरनगर में हिंदू-मुस्लिम मैच नहीं होगा, क्योंकि गांव में लोग तैयार बैठे हैं और जनता सिर्फ विकास देखना चाहती है। राकेश टिकैत के अलावा वरिष्ठ किसान नेता योगेंद्र यादव ने भी संवाददाता सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करते हुए किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस नहीं लिए जाने और मृतक किसान परिवारों को मुआवजा नहीं दिए जाने पर गहरा रोष जताया है।

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