त्रिपुरा पुलिस ने पांच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार

त्रिपुरा पुलिस ने पांच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार

अगरतला। त्रिपुरा में पुलिस ने गुरुवार सुबह सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच राजनीतिक हिंसा के सिलसिले में पांच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन लोगों को अगरतला से करीब 30 किलोमीटर दक्षिण में सिपाहीजला जिला के विशालगढ़ के विभिन्न स्थानों से शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया।

दरअसल बुधवार को घटित हुई हिंसा में पांच दमकल कर्मियों सहित कम से कम 10 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने बताया कि भाजपा नेताओं की शिकायत के आधार पर बुधवार रात कम से कम 12 लोगों को हिरासत में लिया गया और प्रारंभिक जांच के बाद उनमें से पांच को अवैध हथियार रखने और आतंक का माहौल पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, गुरुवार को फोरेंसिक विशेषज्ञों ने विशालगढ़ के रौथखाला इलाके में दो देसी बम को निष्क्रिय किया।

उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्जी के इलाके का दौरा करने और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सुबह भारतीय अपराध संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 हटा ली। कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से हाथापाई के दौरान तीन राउंड गोलियां चलाए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को तीन बम फेंके थे।

कांग्रेस ने जिले में बार-बार हो रही हिंसा के लिए विशालगढ़ के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राहुल दास को जिम्मेदार ठहराया और उन्हें तत्काल हटाने की मांग की हैकांग्रेस विधायक एवं वरिष्ठ नेता सुदीप रॉयबर्मन ने आरोप लगाया, "दास ने लंबे समय तक उपमुख्यमंत्री के ओएसडी के रूप में काम किया है और वह जिले में तैनात है। वह नियमित रूप से भाजपा युवा मोर्चा के प्रमुख और अन्य नेताओं के साथ मनोरंजन पार्टियां करते रहे हैं। वह भाजपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी को बढ़ावा दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दास के एसडीपीओ के रूप में तैनात होने के बाद एक साल में बिशालगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम), कांग्रेस और अन्य लोगों पर पर कम से कम 10 बड़े हमले हुए हैं।,लेकिन हैरानी की बात है कि पुलिस ने किसी भी बदमाश के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुलिस की अपराधियों के साथ मिलीभगत रही और स्थानीय पुलिस ने भी मामले की सूचना पुलिस महानिदेशक को बार-बार दी। पुलिस ने बुधवार शाम को भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सात आंसू गैस के गोले दागे और 19 राउंड गोलियां चलाईं।

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