कांग्रेस का आतंकवाद से, समझौता करने का सवाल ही नहीं पैदा होता- खुर्शीद

कांग्रेस का आतंकवाद से, समझौता करने का सवाल ही नहीं पैदा होता- खुर्शीद

फर्रुखाबाद। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि यदि कुछ लोग आतंकवाद का सहारा लेते हैं तो देश की अस्मिता पर प्रश्न चिन्ह लगता है,कांग्रेस का तो आतंकवाद से समझौता करने का सवाल ही नहीं पैदा होता।

।ने पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश में अपने गृह जनपद एवं संसदीय फर्रुखाबाद क्षेत्र में भोजपुर विधानसभा के लोधी बाहुल्य गांव चौकिया, मझगामा, रसीदपुर, नवादा, पत्योजा, ईसेपुर आदिमे प्रदेश महासचिव प्रकाश प्रधान नेतृत्व में आयोजित चौपाल एवं संवाद कार्यक्रमो में प्रतिभागिता करने के बाद आज करीब 11:00 बजे सोमवार को फर्रुखाबाद शहर टाउन हॉल स्थित 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर गांधी प्रतिमा एवं सादगी के प्रतीक लाल बहादुर शास्त्री के फोटो पर फूल मालाये एवं पुष्पांजलि अर्पित कर, उनकी प्रेरणाओं पर चलने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि देश में किसी महिला के साथ कोई घटना होती है तो हम पूरी संवेदना के साथ उसके साथ होते हैं और चाहते हैं कि घटना की पूरी सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए। सलमान खुर्शीद का मानना है कि यदि हम हर चीज पर बोले तो कहा जाएगा कि हम पक्षपात कर अपनी पार्टी के लिए बोल रहे हैं।

मध्य प्रदेश आदि विधानसभा चुनावों में सत्ता दल द्वारा बड़े-बड़े नेताओं को चुनाव मैदान में उतारे जाने के प्रश्न पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री खुर्शीद ने कहा कि यह रणनीति चुनाव जीतने के लिए हर पार्टी की होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए लड़ रही है ऐसे में हमें ओवर कॉन्फिडेंस नहीं होना चाहिए क्योंकि हम आम लोगों से जुड़ रहे हैं और जीत हमारी होगी।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता कि इंदिरा गांधी को हमने किसके कारण खोया ,कांग्रेस का तो आतंकवाद से समझौता करने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता।

उन्होंने कि हमारी व्यवस्थाओं और दूसरे देश की व्यवस्था में कहीं अंतर होता है,ऐसे में हम कहीं अलग होकर खड़े हो का प्रश्न ही नहीं पैदा होता। कनाडा के मामले पर,पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद का मानना है कि हम सरकार की भावना से जुड़े हैंऔर जो मसले हैं उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं? कूटनीति एक खास चीज होती है क्या कूटनीति में कोई कमी रह गई कि वहां बहुत सारे बसे लोग हैं हमें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए ताकि उन्हें कष्ट हो और पंजाब में बसे उनके लोगों को भी कष्ट नहीं होना चाहिए बल्कि परस्पर समाधान खोजा जाना चाहिए।

विदेश नीति के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हम अपनी सुरक्षा से( कंप्रोमाइज) समझौता नहीं करेंगे लेकिन जगह-जगह मित्र रहे लोगों में कटुता नहीं हो बल्कि मसाले को हल करने के प्रयास होने चाहिए। इस अवसर पर पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद, जिला अध्यक्ष शकुंतला देवी, नगर अध्यक्षपूर्णप्रकाश शुक्ला, मीडिया प्रभारी फरीद चुगताई एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता समर्थक मौजूद रहे।

वार्ता

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