सपा की हार से गवां बैठा बाइक- अखिलेश ने की भरपाई कर दी नसीहत

सपा की हार से गवां बैठा बाइक- अखिलेश ने की भरपाई कर दी नसीहत
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों एवं उनके समर्थक अपनी अपनी जीत के प्रति इस कदर आश्वस्त थे कि वह अपनी बात को सही साबित करने के लिए दूसरों से शर्त तक लगा बैठे। लेकिन जब ईवीएम में बंद वोटों का परिणाम बाहर निकला तो कई लोग अपनी प्रिय चीज से हाथ धो बैठे। इसी तरह समाजवादी पार्टी के एक समर्थक को अपने दल की हार पर अपनी बाइक गंवानी पड़ गई है। हालांकि सपा मुखिया ने बाइक गंवाने वाले समर्थक को लखनऊ बुलाकर 100000 रूपये का चेक देते हुए नुकसान की भरपाई कर दी लेकिन उसे नसीहत भी दी कि दोबारा ऐसी शर्त नहीं लगाना।

दरअसल टेंपो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले मटौंध थाना क्षेत्र के गांव बसहरी निवासी ब्रजकिशोर सैनी ने अपने पड़ोसी अवधेश कुशवाहा जो इलेक्ट्रॉनिक एवं प्लास्टिक के सामान की फैरी लगाने का काम करता है, के साथ 6 फरवरी को चुनाव में हार-जीत को लेकर शर्त लगाई थी। ब्रजकिशोर का दावा था कि उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। जबकि अवधेश की निगाहों में प्रदेश के भीतर सपा सरकार बन रही थी। दोनों ने अपनी बात पर कायम रहने के लिये 6 गवाहों के साथ सौ रूपये के स्टांप पेपर पर शर्त लिखी, जिसमें ब्रजकिशोर सैनी ने कहा कि अगर बीजेपी की सरकार नहीं बनी तो वह अपनी रोजी-रोटी के साधन यानी टेंपो को अवधेश को दे देगा। वही अवधेश ने कहा था कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार सत्ता में नहीं आई तो वह अपनी बाइक ब्रजकिशोर सैनी को सौंप देगा।

10 मार्च को हुई मतगणना के बाद जब परिणाम आया तो स्थिति सबके सामने पूरी तरह से साफ हो गई। प्रदेश में एक बार बीजेपी के फिर से सत्ता में आने पर अवधेश कुशवाहा की हार हुई। शर्त मानते हुए अवधेश ने अपनी बाइक ब्रजकिशोर सैनी को दे दी है।

उधर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को जब अपने समर्थक द्वारा शर्त में बाइक हारने की जानकारी हुई तो उन्होंने समर्थक को राजधानी लखनऊ बुलाकर उसे 100000 रूपये का चेक दिया और साथ-साथ यह नसीहत भी दे डाली कि दोबारा ऐसी शर्त नहीं लगाना।

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