टीईटी पेपर लीक मामले के तार कहीं गोरखपुर से तो नहीं जुड़े : अखिलेश

टीईटी पेपर लीक मामले के तार कहीं गोरखपुर से तो नहीं जुड़े : अखिलेश

झांसी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में शिक्षक पात्रता भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले के तार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर से जुड़े होने की आशंकाओं का हवाला देते हुए शुक्रवार को सरकार से इसकी गहन जांच कराने की मांग की है। अखिलेश यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस तरह जानकारी मिल रही है कि टीईटी परीक्षा के पेपर लीक का कोई संदिग्ध आरोपी गोरखपुर से भी पकड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यदि यह जानकारी सही है तो ये गंभीर बात है और कम से कम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने गृह जनपद से इस सनसनीखेज मामले के तार जुड़े होने की संजीदगी से जांच करानी चाहिये।

बुंदेलखंड में सपा के प्रचार अभियान के अंतिम दिन अखिलेश ने यहां कहा कि पूरे बुंदेलखंड में विजय रथ यात्रा के दौरान जनता सहयोग और समर्थन बड़े पैमाने पर मिला है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में बुंदेलखंड के हमीरपुर एवं जलौन में भी भरपूर समर्थन मिला था। उन्होंने कहा कि अब बुंदेलखंड के लगभग हर जिले में कार्यक्रम हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की जनता ने विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव में भाजपा को भरपूर वोट दिया लेकिन यहां की जनता खाली हाथ रह गयी। सरकार ने बुंदेलखंड में खुशहाली के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जो काम पहले से चल रहे थे , उन्हे भी इस सरकार में बंद कर दिया गया।

अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार में हर वर्ग के लोग दुखी हुए हैं इसलिये अब बुंदेलखंड में भाजपा को जनता जीरो पर पहुंचा देगी। उन्होंने कोरोना संकट की याद ताजा करते हुए कहा, कोरोना काल जैसा संकट कभी नहीं आया। उस समय बुंदेलखंड की सीमा में भूखे प्यासे मजदूरों को अंदर नहीं आने दिया गया। बेबसी में लोग अपने घर पहुंच पाये थे। उस समय जब सरकार को मदद करनी थी तब गरीब मजदूरों को कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने सपा पर परिवारवादी होने के भाजपा के आरोप का जवाब देते हुए एक बार फिर कहा कि परिवार वालों का दुख परिवार वाले ही समझ सकते हैं। जिनके परिवार ही नहीं हैं वे क्या किसी का दुख समझेंगे।



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