लो कर लो बात- 84 हजार की सैलरी भी एमएलए को लगती है कम- बोले

लो कर लो बात- 84 हजार की सैलरी भी एमएलए को लगती है कम- बोले

चंडीगढ़। देश के आम आदमी को हाथी का पांव दिखाई देने वाली 84 हजार रुपए की भारी भरकम सैलरी भी शिरोमणि अकाली दल के विधायक को कम लगती है। उन्होंने कहा है कि यदि एमएलए की सैलरी में बढ़ोतरी कर दी जाए तो कोई भी विधायक गलत काम नहीं करेगा।

बृहस्पतिवार को पंजाब विधानसभा के भीतर विधायकों की सैलरी को लेकर की गई चर्चा में भाग लेते हुए शिरोमणी अकाली दल के विधायक सुखविंदर कुमार सुखी ने 84 हजार रुपए की सैलरी को कम होना बताया है। पंजाब विधानसभा में चीफ विव्हिप की सैलरी पर चर्चा के दौरान उन्होंने विधायकों की सैलरी के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि हर महीने विधायकों को मिलने वाला 84000 रुपए का वेतन तथा ड्राइवर एवं निजी सहयोगियों के लिए मिलने वाले 10000 रुपए रोज के खर्चे के लिए काफी नहीं है। उनकी दलील है कि अगर वेतन अच्छा होगा तो चुने हुए प्रतिनिधि और उनका स्टाफ गलत काम नहीं करेगा। इस पर मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने विधानसभा अध्यक्ष से सभी दलों के नेताओं को शामिल कर एक कमेटी गठित करने की अपील की है। दूसरी ओर जिस तरह से शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने कहा है कि अगर वेतन अच्छा होगा तो चुने हुए प्रतिनिधि और स्टाफ गलत काम नहीं करेगा, अब इसे लेकर आम जनमानस कह रहा है कि विधायक ने खुद ही मान लिया है कि एमएलए पैसों के लिए गलत काम करने से नहीं चूकते हैं।

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