सिस्टम को कैंसर था- कीमोथेरेपी चल रही है- जल्द उठकर दौड़ेगा - संजीव बालियान

मुजफ्फरनगर। केन्द्रीय राज्य मंत्री डाॅ. संजीव बालियान ने कहा कि जब हमें सिस्टम मिला था, तो उसे कैंसर था। अभी सिस्टम की कीमोथेरेपी चल रही है। जल्द ही सिस्टम उठ खड़ा होगा और दौड़ लगायेगा।
केन्द्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान ने चर्चा आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की कार्यक्रम में कहा कि 2014 में भाजपा की सरकार बनी और नागरिकों ने उन्हें सांसद चुना। उन्होंने कहा कि रात्रि में कोई रास्ता बताने वाला नहीं मिलता था। रात्रि में शहर में भी ऐसा लगता था कर्फ्यू लग गया हो। शहर में सड़कों की हालत बहुत बुरी थी। बिजली के हालात उससे भी बदतर थे। कारोबार करने वाले हो, छात्र हो, सब सोचते थे कि मुजफ्फरनगर छोड़कर कहां जाये। ऐसे समय में नागरिकों ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को चुना। आज देखो, भाजपा के राज में क्या हुआ है। आज एक हाईवे के स्थान पर चार-चार हाईवे जनपद में हैं। 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नेशनल हाईवे का कार्य जनपद में हुआ है। किसी तरफ चले जाओ, कोई रेल लाईन, देखो सब नई हैं। कोई रेलवे स्टेशन देखो, सब नये हैं। चारों तरफ बिजलीघरों का जाल बिछा हुआ है। सबसे बड़ी बात सुरक्षित माहौल मुजफ्फरनगर को देने का प्रयास भाजपा सरकार ने किया है। पहले जब अखबार पढ़ते थे, तो दो-तीन पेज चेन स्नेचिंग, माता-बहनों पर अत्याचार, चोरी, लूट आदि आपराधिक घटनाओं से भरे मिलते थे। आज जनप्रतिनिधि या शहर के जिम्मेदार लोग जब अखबार पढ़ते हैं और उन्हें कभी माह में एक-आध बार डकैती या चेन स्नेचिंग की घटना पढ़ने को मिल जाये, तो मंच पर बैठें पांचों विधायकों और जिम्मेदार लोगों के फोन आ जाते हैं कि चोरी हुई तो कहां हुई, कैसे हुई, जबकि पहले यह रूटीन की बात थी। उन्होंने कहा कि जब लोग उनसे रात्रि में मिलने के लिए आते हैं, तो वे उनसे पूछते हैं कि रात्रि में क्यों आये, तो वे कहते हैं कि अब चोरी, राहजनी, डकैती तो होती नहीं है, इसलिए सोचते हैं कि रात्रि में मंत्री खाली मिलेंगे, इसलिए उसी वक्त उनसे मिलने चलेंगे।

प्रदेश और केन्द्र सरकार ने मिलकर दो कदम रामराज की तरफ बढ़ाये हैं। आज सबसे बड़ा विरोधी भी यही कहेगा कि जनपद रहने लायक हो गया। बच्चों को पढ़ाने लायक हो गया। सुबह छह सात बजे जब मैं घूमने जाता हूं, तो अकेली लड़कियों सुबह को साईकिल पर सैर करते हुए मिलती हैं। यह बहुत ही खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि मंच पर इंडस्ट्री से जुड़े लोग बैठे हैं, आज उनको भरोसा है कि अगर कोई बात है, तो विधायक, सांसद को कह सकते हैं। उन्हें भरोसा है जनप्रतिनिधि सुख-दुख में उनके साथ खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की बात करें, तो आज देश में 10 से 12 लाख सेम्पिल कोरोना के रोज हो रहे हैं। आज हम पीपीई किट एक्सपोर्ट कर रहे हैं। भारत ने वेक्सीन बनाई है, जो कि 25 देशों को एक्सपोर्ट की जा रही हे। यह आत्मनिर्भर भारत है। अभी और बदलाव होंगे। जब हमें सिस्टम मिला था, तो उसको कैंसर था। अब उसकी कीमोथेरेपी चल रही है। जल्द ही सिस्टम खड़ा होगा और दौड़ेगा। उन्होंने कहा पहले थाने का घेराव, बवाल होना आम बात थी। कुछ लोग शहर को जलाना चाहते थे, लेकिन आज आप सबने इतनी हिम्मत दी है कि हमारे शहर को कोई माचिस की तिल्ली भी नहीं दिखा सकता।