सपा की लुटिया डूबा गए एमएलसी चुनाव- नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी दूर

सपा की लुटिया डूबा गए एमएलसी चुनाव- नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी दूर

लखनऊ। रामचरितमानस को लेकर चल रहे विवाद के बीच संपन्न हुए उत्तर प्रदेश की 5 सीटों के एमएलसी चुनाव के परिणाम समाजवादी पार्टी के लिए पूरी तरह से कसैले रहे हैं। पांचों सीट पर हार मिलने से अब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कुछ बोलते सुझाई नहीं दे रहा है। उधर कुछ लोग समाजवादी पार्टी की पांचों सीटों पर मिली इस हार को रामचरितमानस पर दिए गए बयान से भी जोड़ रहे हैं।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की 5 सीटों के लिए हुए एमएलसी चुनाव की मतगणना के परिणामों में समाजवादी पार्टी को सभी सीटों पर हार मिलने से पार्टी नेताओं में सन्नाटा पसर गया है। 5 में से 4 सीटों पर कामयाबी का परचम लहराने वाली भारतीय जनता पार्टी भी पांचवी सीट पर तीसरे नंबर पर चली गई है। लेकिन पांचवी सीट पर तीसरे नंबर पर पहुंचने का दर्द 4 सीटों की जीत में भुला दिया है। जिसके चलते बीजेपी में खुशी का माहौल व्याप्त है। जबकि समाजवादी पार्टी के खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है।

रामचरितमानस पर सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से दिए गए बयान के साए में पड़े वोट और अब आया मतगणना का परिणाम इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि सपा के लिए रामचरितमानस पर दिया गया बयान और इसे लेकर खड़ा हुआ विवाद अच्छा नहीं रहा है। जिसके चलते उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पाने का सपना समाजवादी पार्टी के लिए एक बार फिर से अधूरा रह गया है। दरअसल उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 100 सीटें हैं, जिनमें से समाजवादी पार्टी के पास केवल 9 सीट है। विधान परिषद में नेता विपक्ष की कुर्सी के लिए कम से कम 10 वीं सदी सीट होना जरूरी होता है। ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी इन चुनाव में कम से कम 1 सीट भी हासिल कर लेती तो उसे नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पाने का हक मिल जाता।

Next Story
epmty
epmty
Top