कांग्रेस में फूटी फुलझड़ियां-पीएपी का हुआ विलन-बढा कुनबा

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को मुस्कुराने का एक बहुत बड़ा मौका मिला है। आम आदमी पार्टी को झटका देने वाले सुखपाल सिंह खैरा ने अपनी पार्टी पंजाब एकता पार्टी का कांग्रेस में विलय किए जाने की घोषणा की है। चुनाव से पहले पंजाब एकता पार्टी के कांग्रेस में विलय को एक बड़ी जीत माना जा रहा है।
बृहस्पतिवार को पंजाब एकता पार्टी के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मुलाकात की और कुछ देर तक बातचीत करने के बाद अपनी पंजाब एकता पार्टी का कांग्रेस में विलय किए जाने की घोषणा कर दी। एमएलए सुखपाल सिंह खैरा ने दो अन्य विधायकों जगदेव सिंह और निर्मल सिंह के साथ राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मौके पर कांग्रेस के पंजाब प्रभारी एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मौजूद रहे। दरअसल एमएलए सुखपाल सिंह खैरा और उनके साथ दो अन्य विधायक इसी माह की 3 जून को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे।
यह तीनों विधायक पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। हालांकि बाद में पार्टी नेतृत्व के साथ हुए कथित टकराव की वजह से इन तीनों विधायकों को आम आदमी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। इसके बाद खैरा ने पंजाब एकता पार्टी बनाई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद खैरा ने पार्टी में शामिल करने के लिए उनका आभार जताया। वह पहले कांग्रेस में रह चुके हैं। कांग्रेस छोड़ने के बाद, खैरा दिसंबर 2015 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। वर्ष 2017 में आप के टिकट पर वह भोलथ विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए थे।