रामगोविंद चौधरी ने लगाया तानाशाही का आरोप, छात्रों के साथ संघर्ष का ऐलान

रामगोविंद चौधरी ने लगाया तानाशाही का आरोप, छात्रों के साथ संघर्ष का ऐलान

यूपी में ब्रितानिया हुकूमत जैसी तानाशाही का माहौलः सपा


इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र संघ खत्म करने पर बिफरी समाजवादी पार्टी



लखनऊ। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र संघ को समाप्त कर दिये जाने के कारण समाजवादी पार्टी ने इसे आंदोलन बनाने का ऐलान कर दिया है। सपा ने इस निर्णय को तानाशाही बताते हुए छात्रों के साथ संघर्ष में साथ खड़े रहने की बात कही है। इसके साथ ही सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाये हैं। इसको लेकर सपा ने यूपी में ब्रितानिया हुकूमत जैसा माहौल बनाने के आरोप लगाये।



समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व यूपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रसंघ को खत्म कर छात्र परिषद लागू करना छात्र अधिकारों पर कुठाराघात है, भाजपा सरकार सत्ता के मद में चूर होकर तानाशाही पर उतर आई है। गौरतलब है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हाल ही में छात्रसंघ को खत्म करते हुए उसकी जगह छात्र परिषद का गठन कर दिया गया है। इसी का समाजवादी पार्टी के द्वारा विरोध किया जा रहा है। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सरकार के दबाव में यह निर्णय लिया गया है।




इलाहाबाद विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय ख्याति है। आजाद भारत के बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष नारायण दत्त तिवारी भी रह चुके हैं। देश के कई वरिष्ठ राजनेता भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के छात्र राजनीति से निकल कर सत्ता के शीर्ष पर रह चुके हैं। उस गौरवशाली इतिहास को यह सरकार अपने तुगलकी फरमान और दबाव की राजनीति के अन्तर्गत मिटाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन को लगता है कि छात्रसंघ से अराजकता फैलती है, तो वो अपनी बुद्धि – शुद्वि कर लें, क्योंकि छात्रसंघ अराजकता नहीं बल्कि राजनीति की नर्सरी होती है। विश्वविद्यालय परिसर को सुव्यवस्थित चलाने के लिए और भी विकल्प हैं, क्या जरुरी है कि छात्रसंघ को खत्म करके ही परिसर को सम्भाला जा सकता है।




रामगोविंद चौधरी ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, वर्तमान सरकार के इशारे पर कुलपति छात्रों की आवाज दबाने पर तुले हैं, सीधे-सीधे यह ब्रितानिया हुकूमत जैसा चल रहा है। एशिया के सबसे पुराने छात्रसंघ को खत्म कर सरकार क्या संदेश देना चाहती है,जबकि इस विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का गर्वीला इतिहास रहा है।




पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष इलाहाबाद अवनीश यादव के नेतृत्व मे 10 दिनों से आमरण अनशन चल रहा है छात्रसंघ बहाली को लेकर अभी तक कोई अधिकारी व सरकार के आदमी उनके हालचाल लेने नहीं पंहुचा। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि इस अनशन पर बैठने के कारण बहुत से छात्रों की तबियत खराब हो रही है अगर कोई घटना घटती है तो प्रदेश के छात्र सड़कों पर आ जाएंगे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि प्रशासन और शासन के प्रतिनिधि उनके आमरण अनशन को जाकर तोड़वाये। अगर कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार स्वयं सरकार होंगी।


रामगोविंद चौधरी ने कहा कि हमारी पार्टी पूरी मजबूती के साथ इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पूर्व की तरह छात्रसंघ बहाली के लिए छात्रों की मांगों का समर्थन करती है। अगर सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रसंघ बहाली की मांग को नहीं मानती है, तो समाजवादी पार्टी के फ्रंटल संगठन, युवजन सभा, छात्र सभा लोहिया वाहिनी, यूथ बिग्रेड के कार्यकर्ता प्रदेश भर में सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करने का काम करेंगे।

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