खतौली सीट पर 3 बार से चुनावी जंग में सैनी और गुर्जर आमने - सामने

खतौली सीट पर 3 बार से चुनावी जंग में सैनी और गुर्जर आमने - सामने

मुजफ्फरनगर। विधायक विक्रम सैनी की सदस्य जाने के बाद खतौली विधानसभा सीट पर 5 दिसम्बर को उपचुनाव होना है। 2012 में हुए नए परिसीमन के बाद, इससे पहले तीन बार खतौली विधानसभा सीट पर चुनाव हो चुका है। तीनों बार ही लड़ाई सैनी बनाम गुर्जर उम्मीदवारों के बीच रही। इस बार क्या समीकरण बनेंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इस बार भी दावेदारों में सैनी और गुर्जर ही ज्यादा है। जाट और मुस्लिम समाज के नेता भी दावेदारी में है जबकि सुभासपा ने प्रजापति समाज के व्यक्ति को टिकट दे भी दिया है।

कभी जाट बाहुल्य माने जाने वाली खतौली विधानसभा सीट पर साल 2012 के परिसीमन के बाद चुनाव में अब पिछड़ों एवं अति पिछड़ों के बीच चुनावी जंग जारी रहती है। 2012 के विधानसभा चुनाव में जहां गुर्जर बिरादरी के करतार सिंह भड़ाना राष्ट्रीय लोक दल के टिकट पर चुनाव जीते थे तो उनके मुकाबले में बीएसपी से ताराचंद सैनी तथा समाजवादी पार्टी से श्याम लाल उर्फ बच्ची सैनी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे थे। करतार सिंह भड़ाना जहां पिछड़े वर्ग गुर्जर समाज से आते हैं वही ताराचंद और श्यामलाल दोनों सैनी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर विक्रम सैनी चुनाव लड़े तो समाजवादी पार्टी के टिकट पर चंदन चौहान गुर्जर तथा बीएसपी से शिवान सिंह सैनी चुनावी मैदान में उतरे हुए थे। विक्रम सैनी ने चुनाव में जीत दर्ज की तो चंदन सिंह चौहान गुर्जर दूसरे नंबर पर रहे थे।

इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में भी खतौली विधानसभा सीट पर गुर्जर बनाम सैनी उम्मीदवार की लड़ाई ही मुख्य मुकाबले में थी। जहां विक्रम सिंह सैनी भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते तो सपा रालोद गठबंधन के राजपाल सैनी दूसरे नंबर पर रहे थे जबकि गुर्जर समाज के ही दो नेता बसपा से करतार सिंह भड़ाना तथा कांग्रेस के गौरव भाटी भी चुनाव मैदान में थे। 2022 की लड़ाई सैनी बनाम सैनी हुई थी, जिसमें राजपाल सैनी अति पिछडो में अपनी कमजोर पकड़ के चलते चुनाव हार गए थे। इस चुनाव में राजपाल सैनी सपा रालोद गठबंधन के वोट बैंक के अलावा अन्य वोट हासिल नहीं कर सके थे जिस कारण विक्रम सैनी के व्यक्तिगत विरोध के बाद भी राजपाल सैनी चुनाव हार गए थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में खतौली विधानसभा सीट पर सैनी बनाम सैनी की लड़ाई हुई। इसमें विक्रम सिंह सैनी ने बाजी मारी और राजपाल सिंह सैनी ने हार का स्वाद चखा था जबकि इस चुनाव में दो गुर्जर प्रत्याशी तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे।

epmty
epmty
Top