बोले जयंत- आंदोलनजीवी बनने से ही मिलेगी सरकार के शोषण से मुक्ति
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने बघरा में आयोजित पार्टी की परिवर्तन संदेश रैली में आए जनमानस को संबोधित करते हुए कहा है कि पहली बार किसानों की एकजुटता के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीछे हटने को मजबूर हुए हैं। यह सब किसानों की एकजुटता से ही संभव हो पाया है। नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा देश के अन्नदाता की जीत है। जो लोग पिछली खिड़की से खेती किसानी पर कब्जा करने के मंसूबे पाले हुए थे, उनका अहंकार टूट गया है। उन्होंने कहा है कि सभी को आंदोलनजीवी होना पड़ेगा। इसके बाद कोई भी सरकार शोषण नहीं कर पाएगी।
शनिवार को जनपद मुजफ्फरनगर के बघरा में कल्याणकारी इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित की गई पार्टी की परिवर्तन संदेश रैली में शामिल होने के लिए आए आम जनमानस को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने कहा है कि नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने से दिवंगत चौधरी अजीत सिंह की आत्मा को अवश्य ही शांति पहुंची होगी। कृषि कानूनों को वापिस लिये जाने की घोषणा के बावजूद अभी भी किसानों को सचेत रहने की जरूरत है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई अन्य डिग्री हो या नहीं लेकिन उनके पास झूठ की डिग्री जरूर है। रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने रैली के मंच से ऐलान किया है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को नौकरी दी जाएगी। उन्होंने हुंकार भरी कि यदि वह ऐसा नहीं कर पाए तो वह अपने पद से तुरंत त्यागपत्र दे देंगे। इसके अलावा किसानों एवं मजदूरों की परेशानियों को दूर करने के लिये बिजली के पुराने बिल माफ किए जाएंगे और आने वाले बिल हाफ यानी आधे कर दिए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई घटना का उल्लेख करते हुए जयंत चौधरी ने कहा है कि किसानों के लिए लाठियां खाई थी, आगे भी किसानों के लिए लाठियां खाएंगे। जिस सरकार ने लाठी बरसाई है, अब उससे बदला लेने का समय आ गया है। तितावी थाना क्षेत्र के बघरा में आयोजित की गई रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी की परिवर्तन संदेश रैली में शामिल होने के लिए जनपद मुजफ्फरनगर के अलावा आसपास के कई अन्य जनपदों के किसान एवं पार्टी कार्यकर्ता शामिल होने के लिए पहुंचे थे। शनिवार को बघरा के स्वामी कल्याण देव इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित की गई परिवर्तन संदेश रैली में जयंत चौधरी को सुनने के लिए भारी जनसमूह उमड़ा। इससे पहले स्थानीय नेताओं ने रालोद की नीतियों और कार्यकर्मो पर प्रकाश डालते हुए पार्टी को मजबूती देने का आह्वान किया।