किसानों के रेल रोको आंदोलन का अनेक स्थानों पर असर

किसानों के रेल रोको आंदोलन का अनेक स्थानों पर असर

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर दिन रविवार को हुई हिंसा की वारदात के संबंध में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त किए जाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों पर किसान 6 घंटे के रेल रोको आंदोलन के तहत रेल पटरियों को घेरकर बैठ गए हैं। इस रेल रोको आंदोलन से उत्तर रेलवे जोन के तकरीबन 130 स्थानों पर रेलों की आवाजाही पर असर पड़ा है। तकरीबन 50 से भी अधिक रेलगाड़ियों की आवाजाही किसान आंदोलन की वजह से प्रभावित हुई है।


सोमवार को उत्तर पश्चिमी रेलवे में राजस्थान और हरियाणा में उचित स्थानों पर रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इन दोनों ही स्टेट के भीतर 2 रेलगाड़ियां रद्द की गई है और 13 रेलगाड़ियों का आवागमन आंशिक तौर पर प्रभावित हुआ है। इसके अलावा प्रदर्शन के कारण एक रेलगाड़ी के मार्ग को परिवर्तित करना पड़ा है। नार्दन रेलवे जोन में प्रभावित हुई रेलगाड़ियों में चंडीगढ़-फिरोजपुर एक्सप्रेस भी शामिल है। यह रेल गाड़ी लुधियाना से सवेरे 7.00 बजे रवाना होनी थी। लेकिन यह रेलगाड़ी अभी तक भी फिरोजपुर लुधियाना पर ही खड़ी हुई है। नई दिल्ली अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस को भी शंभु स्टेशन पर प्रदर्शनकारी किसानों की वजह से रोकना पड़ा है। किसानों के आंदोलन के चलते दिल्ली से रोहतक, पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, अंबाला, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर, जम्मू, मेरठ, गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद समेत कुछ नजदीकी सेक्शंस पर रेल ट्रैफिक पर ज्यादा असर पड़ा है। इन रूट्स पर इससे पहले भी कई बार अलग-अलग जगहों पर किसान रेलवे ट्रैक जाम कर चुके हैं।

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