दलित परिवारों पर पुलिस की दरिंदगी निंदनीय-पीडितों को मिले मुआवजा-प्रियंका

दलित परिवारों पर पुलिस की दरिंदगी निंदनीय-पीडितों को मिले मुआवजा-प्रियंका

लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने जनपद आजमगढ़ के रौनापार के पलिया गांव में पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर किए गए हमले की खबर को निंदनीय बताते हुए तत्काल दोषियों पर कार्रवाई किए जाने और पीड़ितों को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई है।

सोमवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करते हुए कहर बरपाया गया है। वहां पर पुलिस द्वारा कई मकानों को जेसीबी से तोड़कर जमींदोज कर दिया गया है। पुलिस की दरिंदगी यहीं पर ही नहीं थमी बल्कि सैकड़ों ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा है कि यह सब सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है।

उन्होंने कहा है कि सरकार से आम जनमानस न्याय और राहत की उम्मीद करता है लेकिन आधा दर्जन दलित लोगों के घरों पर जेसीबी चलवाकर गरीबों के मकानों को जमींदोज कर देना कहा का न्याय है।

उन्होंने कहा है कि जिस तरह से एक दर्जन लोगों के घरों में घुसकर पुलिस द्वारा जमकर तोड़फोड़ की गई है यह पुलिस की दरिंदगी का जीता जागता प्रमाण है। उन्होंने कहा है जीपीसीबी मंगवाकर मुन्ना पासवान, स्वतंत्र पासवान, राज पति और बृजभान पासवान समेत आधा दर्जन लोगों के घरों पर पुलिस द्वारा जबरदस्त तोड़-फोड़ की गई है घरों में लगी खिड़की, दरवाजे और दीवार पुलिस ने तुडवा दिए हैं। मकान में रखा एक-एक सामान पुलिस द्वारा हथौड़े से तोड़ा जाना उसकी दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्यवाही से पूरे गांव में दहशत है और कई घरों में ताले लटक गए हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से कहा है कि यदि उसमें जरा सी भी नैतिकता बाकी है तो तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जाए। ताकि वह खुले आसमान के नीचे ना रहकर दोबारा से मकान की छत के नीचे रह सके।

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