राहुल की सेक्यूलर मुस्लिम लीग के गठन के खिलाफ थे पंडित नेहरू

राहुल की सेक्यूलर मुस्लिम लीग के गठन के खिलाफ थे पंडित नेहरू

नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी की नजर में सेक्यूलर होना दिखाई दे रही मुस्लिम लीग के गठन को लेकर खुद उनके परिवारीजन पंडित जवाहरलाल नेहरू ही खिलाफ थे। अमेरिका प्रवास पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मुस्लिम लीग को लेकर दिए गए बयान पर अब भारत में सवाल उठने शुरू हो गए हैं। राहुल गांधी ने अमेरिका में जिस मुस्लिम लीग को सेकुलर पार्टी बताते हुए अपना बयान दिया है, उसे लेकर अब राहुल गांधी की समझ पर देश में सवाल उठने शुरू हो गए हैं। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट पर खुद को मजबूत बनाए रखने के लिए ऐसी बात कही है।राहुल गांधी की ओर से मुस्लिम लीग को लेकर दिए गए बयान के बाद अब मुस्लिम लीग और कांग्रेस के इतिहास को लेकर राजनैतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई है।


कांग्रेस और केरल की मुस्लिम लीग का रिश्ता कई दशक पुराना होना बताया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि मुस्लिम लीग के गठन का खुद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने विरोध किया था, क्योंकि देश के विभाजन के बाद मोहम्मद अली जिन्ना की अगुवाई वाली मुस्लिम लीग को भंग कर दिया गया था। इसके बाद पश्चिम और पूर्व पाकिस्तान में मोहम्मद अली जिन्ना ने दो अलग-अलग मुस्लिम लीग का गठन किया था। भारत में 1948 के दौरान इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का गठन किया गया था। सेक्यूलर राजनीति के पुरोधा कहे जाने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि भारतीय मुसलमानों को अब मुस्लिम लीग जैसी किसी पार्टी की जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि मुसलमानों का प्रतिनिधित्व खुद कांग्रेस करती है और सार्वजनिक जीवन में मुसलमानों को कांग्रेस के जरिए स्थान मिल सकता है।

epmty
epmty
Top