विपक्ष ने BJP पर बोला हल्ला- धरना हो सकता है आंदोलन में तब्दील

मुजफ्फरनगर। जनपद के जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में संयुक्त विपक्ष द्वारा दिये जा रहे धरने पर जिला पंचायत सदस्य व उसके पति तथा देवर के विरूद्ध झूठा मुकदमा दर्ज किये जाने पर गहरा रोष जताते हुए दर्ज मुकदमे को रद्द किये जाने की मांग की गई। इस धरने में सपा, कांग्रेस, रालोद, आसपा, भाकियू व अन्य दल के सैंकड़ों कार्यकर्ता शामिल हैं।


सोमवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर संयुक्त विपक्ष सपा, आसपा, रालोद, कांग्रेस, भाकियू व अन्य दलों की तरफ से पूर्व घोषणा के मुताबिक निर्वाचित हुई जिला पंचायत सदस्य जरीन उसके पति तथा उसके देवर सपा युवजन सभा के सदर विधानसभा अध्यक्ष मौहम्मद नियाज के विरूद्ध जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा को वोट दिये जाने का दबाव न मानने पर उनके खिलाफ दर्ज किये गये मुकदमें के विरोध में प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। संयुक्त विपक्ष के इस धरने का संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा है कि हमारे वार्ड 41 की जिला पंचायत सदस्य हैं जरीन उनके देवर नियाज हमारी युवजन सभा सदर विधानसभा अध्यक्ष भी हैं। उनके खिलाफ झूठा मुकदमा भाजपा के कार्यकर्ता ने दर्ज कराया है। उनके व्यावसायिक गोदाम सील किये गये हैं। उन्होंने कहा है कि हमारी एक प्रत्याशी थीं तहसीन बानो, उनका नोमिनेशन निरस्त कर दिया गया है। जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि प्रशासन द्वारा सत्ता के मंत्री और विधायक के एमपी साहब के दबाव में जो दुरूपोग किया जा रहा है। आज सभी विपक्षी पार्टी इस सिलसिले में सांकेतिक धरना दे रहे हैं और प्रशासन को आगाह कर रहे हैं अगर यह दुरूपयोग सत्ता का बंद नही हुआ और प्रशासन ने इस तरीके से अपने पदों का गलत इस्तेमाल करना बंद नहीं किया। मुजफ्फरगनर की विपक्षी समाज पार्टी रालोद, आसापा कांग्रेस भाकियू अन्य पार्टी दल आंदोलन करेगी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसे गैर कानूनी तहसीलदार जिनको कानून का ज्ञान नहीं है सरकार बनने दीजिये इनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उनकी मांग है कि ये गलत एफआईआर हुई है इसमें अंतिम रिपोर्ट लगाई जाये और जो गोदाम हमारे कार्यकर्ता के सील किये गये है और वो सील हटानी चाहिए। जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि 3 तारीख में प्रशासन निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराये। जीत-हार किसकी होगी वह समय बतायेगा।


पूर्व मिनिस्टर एवं रालोद नेता योगराज सिंह ने कहा है कि आज जो यह मंच है इस गुलदस्ते में सभी तहर के फूल हैं। हर जाति के फूल इस गुलदस्ते में हैं। इससे बड़ा गुलदस्ता नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह तय है कि आगामी 2022 में गठबंधन की सरकार बनेगी। पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कहा कि आप लोगों के नेता माननीय अखिलेश यादव और जयंत चैधरी जी युवा चेहरे हैं, वह भविष्य में इस देश के नेता बनेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब मैं मिनिस्टर रहा 40-40 रूपये गन्ने का भाव बढ़ा था। उन्होंने कहा कि अखिलेश जी के सरकार आई 40 रूपये का गन्ना का भाव बढ़ाया था। जब से यह सरकार आई है जब से न तो गन्ने का भाव बढ़ा। इन लोगों ने केवल एक ही काम किया है, बिजली के दाम बढ़ा दिये। पेट्रोल-डीजल सौ रूपये से ऊपर चला गया है। पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कहा कि तमाम किसान से सम्बंधी सभी चीजों के रेट बढ़ाये गये हैं। बस किसानों की चीजों का दाम नहीं बढ़ा है। कोई बोलेगा तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। यह कहां का कानून है। कोई जिला पंचायत का सदस्य वोट देना चाहेगा उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगां। पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कहा कि मैं आपको एक बात बता दूं कि जितने जिला पंचायत सदस्य भाजपा के पास हैं। सारे वोट नहीं देने के। दबाव में लेकर जा रखे हैं लोगबाग। गुंडागर्दी करके ले जा रखे हैं लोगबाग। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से फैसला आपके पक्ष में होगा, बस इस लड़ाई को आप लड़ते रहो। मैं तो एक ही बात कहूंगा अपने जिलाध्यक्ष जी को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष जी को आप लोग निर्णय लो, 2022 तो है, यह मौका है आंदोलन का। 500-400 बस लगा लो और 1000-1500 ट्रोली लगा लो यहीं हो जायेगा फैसला। यहीं हो जायेगा चुनाव। मेरा सुझाव है निर्णय आपका होगा।


कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंडित सुबोध शर्मा ने कहा है कि धरना प्रदर्शन संयुक्त विपक्ष का धरना प्रर्दशन है। इस धरने प्रदर्शन में कांग्रेस, सपा, आसपा, लोकदल और भाकियू शामिल हैं। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस धरने प्रदर्शन की जरूरत इसलिये पड़ी, जो हमारे जिला पंचायत सदस्य के चुनाव हुए हैं, चलो उसमे जो भी कुछ हुआ था, जो भी घपलेबाजी हुई थी। लेकिन जो अब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव है उसमें प्रशासन के द्वारा भी और दूसरी पार्टी के द्वारा भी जिला पंचायत सदस्यों को डराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डराया ही नहीं जा रहा है बल्कि बल्कि हमारे मेंबरों के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की जा रही और कहीं झठे आरोप लगाकर प्रत्याशी को विफल कर दिया जाये वो डालने के काबिल ही न रहे। उनकी जातिय सटिफिकेट पर उंगली उठाई जा रही है। इसमंे जो प्रशासन की खुलेआम गुंडागर्दी चल रही है। इसके खिलाफ संयक्त विपक्ष का धरना प्रदर्शन चल रहा है। हम चाहते हंै कि इस देश से इस जिले से लोकतंत्र की हत्या न हो, लोकतंत्र कायम रहे। प्रजातंत्र में सबको अपनी बात रखने का और चुनाव लड़ने का अधिकार है, जो जीत जाता है वो कुर्सी पर बैठ जाता है और जो हार जाता है अपने घर पर जाकर चिंतन करता है कि पुन मैं क्या गलती है जिसका मैं पुन निरकरण करूं। जिलाध्यक्ष पंडित सुबोध शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या न हो, प्रमुखी और जिला पंचायत अधक्ष का चुनाव निष्पक्ष हो। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इस धरने का आंदोलन में बदल दिया जायेगा।


आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदीश पाल ने कहा है कि धरना स्थानीय सरकार के खिलाफ है जो सरकार अपनी मनमानी करने का काम कर रही है। 41 वार्ड नंबर से हमारी प्रत्याशी को प्रमाण जो निरस्त करने का काम किया जा रहा है और सईदुज्जमा की पत्नी तहसीन बानो का जो जिला पंचायत अध्यक्ष का पर्चा जो खारिज किया है। इन दोनों मुद्दों के लिये धरना दिया जा रहा है। विपक्ष संयुक्त है, हमारी संयुक्त की मांगे नहीं मानी गई तो विपक्ष एक मंच पर आकर लड़ाई लडने का काम करेगा। उन्होंने कहा है कि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि प्रमाण पत्र कैंसल नहीं होगा उसकी प्रक्रिया चलेगी। इसमें जो बीजेपी के लोग हैं यहां के नेता चाह रहे हैं कि वोट डलने से पहले ही केंसिल हो जाये। हम सब विपक्ष ऐसा नहीं होने देने। उन्होंने कहा कि जो प्रक्रिया है उसके अधीन काम करें। हमें कोई दिक्कत नहीं है अगर इससे हटकर काम किया जायेगा तो हम जोरो से सड़कों पर आकर विरोध करेंगे।


इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंडित सुबोध शर्मा, रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी, भाकियू के जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान, आसपा जिलाध्यक्ष जगदीश पाल, सपा जिला महासचिव जिया चौधरी, सपा नेता राकेश शर्मा, गौरव जैन, शलभ गुप्ता अलीम सिद्दीकी, साजिद हसन, विनय पाल, फिरोज अंसारी, मौ नियाज, रालोद के नेता एवं पूर्व मिनिस्टर योगराज सिंह, आसपा महानगर अध्यक्ष अली जैदी के अलावा सैंकडों कार्यकर्ता मौजूद रहे।



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