नहीं गली दाल-विफल हुआ बीजेपी का एमएलए खरीदने का प्रयास

नहीं गली दाल-विफल हुआ बीजेपी का एमएलए खरीदने का प्रयास

चंडीगढ़। वित्त मंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के ऊपर आम आदमी पार्टी के 11 विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन 11 विधायकों के नाम भी उजागर किये हैं जिनसे कथित तौर पर भगवा पार्टी द्वारा संपर्क किया गया था।

बुधवार को पंजाब की भगवंत सिंह मान सरकार के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने भारतीय जनता पार्टी के ऊपर लगे आम आदमी पार्टी के विधायकों को खरीदने की कोशिश करने के आरोपों को दोहराते हुए आज उन विधायकों का नाम भी उजागर कर दिया है जिनसे कथित तौर पर भगवा पार्टी द्वारा संपर्क किया गया था।

वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष जय किशन रोरी के साथ आज चंडीगढ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि विधायक शीतल अंगुरल को मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में देखे जाने के बाद जान से मारने की धमकी भी दी गई। उन्होंने कहा कि 'वह (शीतल) अकेला नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य विधायकों को भी भाजपा के एजेंटों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा आप के 35 विधायकों से संपर्क किया गया है और इनमें से 10 को जान से मारने की धमकी दी गई है।

उन्होंने मंगलवार को प्रेसवार्ता में भाजपा पर आरोप लगाया था कि विधायकों को 25 करोड़ रुपये नकद देने की पेशकश की गई है, लेकिन फिर भाजपा नेताओं द्वारा संपर्क किए गए विधायकों के नाम लेने से इनकार कर दिया था। वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि भाजपा केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के माध्यम से कुछ विधायकों को डरा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इसकी जांच करनी होगी कि इस तरह की साजिश कैसे रची जा सकती है और इतने पैसे की पेशकश कैसे की जा सकती है। उन्होंने कहा," मैं इन विधायकों को पंजाब के पुलिस महानिदेशक से मिलाने के लिए ले जा रहा हूं, उनसे मामले की जांच करने का अनुरोध कर रहा हूं। हम उनसे एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध करने जा रहे हैं। हम उनके खिलाफ सारे सबूत पेश कर रहे हैं। "

चीमा ने कहा, " इससे पहले, दिल्ली में, भाजपा ने ऑपरेशन लोटस के लिए 800 करोड़ रुपये अलग रखे थे, लेकिन वह विफल रहे। गोवा में, वह (भाजपा) आठ विधायकों को भाजपा में शामिल करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि एकमात्र पार्टी जो भाजपा को चुनौती देने में सक्षम है, वह है आप, इसलिए भाजपा अब हमारे पीछे पड़ी है, लेकिन हमारे विधायक वफादार हैं और 25 करोड़ तो क्या 2500 करोड़ देने पर भी नहीं टूटेंगे। " शीतल अंगुरल ने बताया कि उन्हें कॉल और ऑफर के सबूतों को सार्वजनिक करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। बैठक में विधायक दिनेश चड्ढा, रमन अरोड़ा, बुद्ध राम, कुलवंत पंडोरी, नरिंदर कौर भारज, रजनीश दहिया, रुपिंदर सिंह हैप्पी, शीतल अंगुरल, मंजीत सिंह बिलासपुर, लाभ सिंह उगोके और बलजिंदर कौर भी मौजूद थे।

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