तेजस्वी के रोजा इफ्तार में नीतीश की एंट्री से बिहार की सियासत में हलचल

तेजस्वी के रोजा इफ्तार में नीतीश की एंट्री से बिहार की सियासत में हलचल

पटना। वैसे तो बिहार की राजधानी पटना में आज जुमें के दिन आरजेडी के अध्यक्ष तेजस्वी यादव के घर पर रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन था, लेकिन इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल होने के बाद से बिहार के सियासी हलकों में हलचल मची हुई है। तेजस्वी यादव की इस रोजा इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ चिराग पासवान और मुकेश सहनी का शामिल होना भी कुछ बड़ा संकेत दे रहा है।

गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा से गठबंधन के चलते बिहार में सरकार चला रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच जिस तरह से जमकर जुबानी जंग चल रही थी, उससे लग रहा था की जेडीयू और आरजेडी कभी मिल नहीं पाएंगे लेकिन आज रमजान के महीने को देखते हुए तेजस्वी यादव की तरफ से रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। इस इफ़्तार पार्टी में शामिल होने के लिए तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के कैबिनेट मंत्री शाहनवाज हुसैन, लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान और वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी भी शामिल हुए।

इफ्तार पार्टी से जिस तरह की तस्वीर सामने आ रही है, उससे लग रहा है कि बिहार में कुछ बड़ा उलटफेर हो सकता है। इस प्रोग्राम में शामिल चिराग पासवान से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, यहां पारिवारिक माहौल में चर्चा चल रही है। तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के निमंत्रण पर रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होकर नीतीश कुमार ने बिहार की सियासत में नई चिंगारी छोड़ दी है।

दरअसल बीते विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू और बीजेपी गठबंधन ने बहुमत हासिल कर लिया था। इस चुनाव में जहां भाजपा 77 सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी तो वहीं जेडीयू को 43 सीटें मिली थी। जिस पर भाजपा ने नीतीश कुमार को ही बिहार का मुख्यमंत्री बनाया था। जबकि इस चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को 75 , कांग्रेस को 19 ओवैसी की पार्टी को 5, सीपीएम(एल) को 12, वीआईपी पार्टी को 3, हम पार्टी को 4 सीट मिली थी।

अब अगर आरजेडी और जेडीयू साथ आते हैं तो बिहार विधानसभा की 243 सदस्य वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों की जरूरत पड़ती है। अगर नीतीश और तेजस्वी एक साथ आते हैं तो आरजेडी की 75, जेडीयू के 40 और कांग्रेस की 19 सीटों के बलबूते बिहार में नई सरकार का गठन हो सकता है।

आज के रोजा इफ्तार से ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं। अब देखना यह होगा कि नीतीश कुमार आरजेडी की इफ्तार पार्टी में केवल शामिल हुए हैं या फिर उनके दिमाग में कुछ और ही चल रहा है। यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा। मगर इस रोजा इफ्तार पार्टी ने बिहार की सियासत में नई बहस को जन्म दे दिया है।

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