1947 में मिली आजादी भीख-स्वतंत्रता सेनानी के गांव में सामूहिक मुंडन

1947 में मिली आजादी भीख-स्वतंत्रता सेनानी के गांव में सामूहिक मुंडन

लखीमपुर खीरी। बॉलीवुड अभिनेत्री एवं सरकार की ओर से पदमश्री की उपाधि से विभूषित की गई कंगना रनौत की ओर से 1947 में मिली आजादी को भीख बताने पर हंगामा मचा हुआ है। आजादी की लड़ाई में शामिल होने वाले स्वतंत्रता सेनानी और अंतिम शहीद के गांव में ग्रामीणों की ओर से अभिनेत्री के खिलाफ कार्यवाही न किए जाने पर 15 नवंबर को सामूहिक मुंडन कराने का ऐलान किया है।

भारत को मिली आजादी को भीख बताने वाले बॉलीवुड एक्टर कंगना रनौत के बयान को लेकर लखीमपुर खीरी में विरोध जारी है। इस बीच ऐलान किया गया है कि कंगना रनौत के बयान के विरोध में ग्रामीणों द्वारा 15 नवंबर को सामूहिक मुंडन कराया जाएगा। विरोध प्रदर्शन भारत की आजादी की लड़ाई में शामिल होने वाले स्वतंत्रता सेनानी एवं अंतिम शहीद राजनारायण मिश्रा के गांव में हो रहा है। थाने में तहरीर देकर कंगना रनौत के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने की मांग की गई है। पडरिया तुला के रहने वाले दीपक पांडे की ओर से थाने में दी गई तहरीर में कहा गया है कि बॉलीवुड एक्टर कंगना रनौत ने भारत की आजादी को लेकर विवादित टिप्पणी की है, जिससे आजादी की लड़ाई में अपना सहयोग देते हुए त्याग एवं बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों में रोष बना हुआ है। 1947 में देश को मिली आजादी को भीख बताने वाले कंगना रनौत के विवादित बयान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उनके देश विरोधी बयान को लेकर अभिनेत्री के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करते हुए कार्यवाही की जानी चाहिए। गौरतलब है कि बॉलीवुड एक्टर कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान विवादित बयान देते हुए कहा था कि भारत को वर्ष 1947 में मिली आजादी नहीं वह भीख थी। भारत को असली आजादी वर्ष 2014 में मिली है, जब नरेंद्र मोदी की सरकार भारत की सत्ता में आई थी। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के इस विवादित बयान के बाद देशभर में बवाल मचा हुआ है। इसको लेकर देशभर में कंगना के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं।



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