खतौली - बड़बोले ब्यान से बिगड़े जीत के समीकरण को दुरुस्त कर गए सीएम योगी

खतौली - बड़बोले ब्यान से बिगड़े जीत के समीकरण को दुरुस्त कर गए सीएम योगी

मुजफ्फरनगर। खतौली विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा नेताओं के बड़बोले बयान और पूर्व विधायक विक्रम सैनी से आम लोगो की नाराजगी और उनकी कार्यशैली के चलते खतौली विधानसभा सीट के उपचुनाव में अब सीएम योगी आदित्यनाथ के चेहरे और बूथ कार्यकर्ताओं के कंधों पर ही जीत की उम्मीद टिकी हुई है, नहीं तो गठबंधन के प्रत्याशी खतौली विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सकते हैं।

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर दो बार चुनाव जीते विक्रम सैनी को अदालत से सजा पाने के बाद अब इस सीट पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं। भाजपा ने इस सीट पर उनकी पत्नी राजकुमारी सैनी को उम्मीदवार बनाया हुआ है। ऐसे में विपक्ष के प्रत्याशी के तौर पर मदन भैया राजकुमारी सैनी के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं। चुनाव की शुरुआत के बाद ही जिस तरह से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया पर जुबानी तीर चलाए थे, उससे गुर्जर वोट मदन भैया के पक्ष में लामबंद हो गया है। इसके साथ ही विक्रम सैनी की वायरल वीडियो भी भाजपा की परेशानी बढ़ाने का काम कर रही है। जिसमें वे पूर्व में खतौली थाने पर एक विवाद के बाद ब्राह्मण समाज के बारे में टिप्पणी करते हुए दिखाई पड़ रहे थे।

जिस तरह से मंत्री संजीव बालियान और विक्रम सैनी ने मदन भैया को बाहुबली कहते हुए उन पर जुबानी हमला बोला था, उससे उन्होंने भाजपा के फेवर में वोट करते आ रहे गुर्जरों को मदन भैया के पक्ष में लामबंद कर दिया है। जिससे खतौली में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी राजकुमारी सैनी के सामने जीत का संकट खड़ा दिखाई दे रहा था। ऐसे में बीते दिनों फायर ब्रांड स्टार प्रचारक माने जाने वाले और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजकुमारी सैनी के पक्ष में हुई रैली में जिस तरह से अपने चिर परिचित अंदाज से विपक्ष पर हमला बोला। उससे राजकुमारी सैनी के चुनाव में दम पड़ता दिखाई दे रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आम जनता में कानून व्यवस्था को लेकर जो इमेज है, वह चुनाव में कहीं ना कहीं अपना असर छोड़ती है। इसके साथ ही जिस तरह से स्थानीय नेता एवं बूथ मैनेजमेंट से जुड़े लोग भाजपा के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। उनके कंधों पर भी भाजपा को जिताने की जिम्मेदारी दिखाई पड़ रही है, अगर भाजपा प्रत्याशी का बूथ मैनेजमेंट कमजोर रहा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो राजकुमारी सैनी के पक्ष में माहौल बनाया है , उसको बरकरार रखने में भाजपा से कहीं चूक हुई तो राजकुमारी सैनी को हार का सामना करना पड़ सकता है और गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया चुनाव जीत सकते हैं।

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