जयंत ने कसा तंज-केंद्र और प्रदेश सरकार का रिमोट कंट्रोल PM के हाथ
बुढ़ाना। डीएवी इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित की गई आशीर्वाद पथ सभा को संबोधित करते हुए रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार प्रधानमंत्री के रिमोट कंट्रोल से चल रही है। कोई भी मंत्री या मुख्यमंत्री स्वयं के विवेक से कोई भी काम करने के लिए आजाद नहीं है। केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार किसानों का शोषण करने में लगी हुई है और किसानों की आवाज दबाने के लिए सरकार के मंत्री अपने बेटों व कार्यकर्ताओं के माध्यम से कार चढवा रहे हैं। यदि किसान और आम जनमानस इतना सब कुछ देखकर भी सजग नहीं हुआ तो अगले दिनों में अच्छे दिनों के बजाय इससे भी बुरे दिन देखने को मजबूर होना पड़ेगा।
सोमवार को बुढ़ाना के डीएवी इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित की गई रालोद की आशीर्वाद पथ सभा में अपने भाषण की शुरुआत रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत सिंह ने आम ग्रामीण भाषा में राम-राम से शुरू की। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह और स्वर्गीय अजीत सिंह की कर्मस्थली रहे जनपद मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में आकर उन्हें भारी ऊर्जा मिली है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि मैं नतमस्तक होते हुए आपकी शरण में आया हूं। आपने भारी संख्या में जनसभा में आकर मेरा उत्साह बढ़ाया है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसानों का शोषण करने में लगी हुई है। नये कृषि कानून किसानों के ऊपर जबरदस्ती लादने का प्रयास किया जा रहा है। किसान जब नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं तो केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने बेटे और भाजपा कार्यकर्ताओं के सहारे उनके ऊपर कार चढाते हुए उनकी आवाज को दबाने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं लखीमपुर खीरी में हुई किसानों पर वाहन चढ़ाने की घटना में मरे किसानों के घर होकर आया हूं। सभी पीड़ित परिवार खून के आंसू रो रहे हैं। कई परिवारों में तो सरकार की कारगुजारी के चलते कोई कमाने वाला भी नहीं रहा है। किसान नक्षत्र सिंह जिसका एक बेटा बीएसएफ में है वह बड़े गर्व के साथ कहते थे कि बेटा तू सीमा पर देश की रखवाली कर रहा है तो मैं खेतों में खेती किसानी करते हुए किसानों की रखवाली कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि 5 साल में वोट डालने का मौका आता है पिछली मर्तबा चिकनी चुपड़ी बातों में आकर आप लोगों ने सत्ता ऐसे हाथों सौंप दी थी जो आज किसानों का शोषण करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केंद्र और प्रदेश सरकार लोगों को राहत पहुंचाने में पूरी तरह से विफल रही। सरकार की विफलता के चलते कल कारखाने बंद हो गए और आज लोग बेरोजगार होकर सरकार के अच्छे दिन आने के झांसे की बात सोचकर द्रवित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजीत सिंह को बड़े मुकाम तक पहुंचाने में देश की जनता और किसानों का हाथ रहा है। प्रधानमंत्री किसानों की आय दुगनी होने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने जनसभा में आए लोगों से पूछा कि प्रदेश सरकार के मुश्किल से दो ढाई महीने शेष रह गए हैं क्या किसी की आय दोगुनी हुई है? उन्होंने रहस्योद्घाटन किया कि केंद्र और प्रदेश सरकार अब इस कोशिश में लगी हुई है कि किसानों को उनकी फसलों का नकद दाम ना दिया जाए। सरकार की कोशिश किसानों को फसलों का दाम किस्तों के रूप में देने की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 5 साल के कार्यकाल में 35 पैसे किलो गन्ने के दामों में बढ़ोतरी की है जबकि सरकार पिछले 7 दिनों से लगातार डीजल व पेट्रोल के दामों में 30 से लेकर 35 पैसे की बढ़ोतरी करते हुए रोजाना से बढ़ाये गए गन्ने के दामों के पैसों की अभी से ही वसूली कर रही है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून यदि लागू हुए तो वह किसानों को पूरी तरह से कंगाल करके रख देंगे। उन्होंने बताया कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन पर पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया जाएगा। केंद्र सरकार पीएम सम्मान निधि के नाम पर किसानों को 6000 रूपये खाते में डाल दे रही है यदि सूबे में रालोद की सरकार बनी तो किसानों को 12000 रूपये की सम्मान निधि दी जाएगी, ऐसे किसान जिनकी जमीन पूरी तरह से जल सिंचित नहीं है उन्हें 15000 ंरूपये सालाना सम्मान निधि के तौर पर दिए जाएंगे।
चौधरी जयंत ने कहा कि दूसरा पहलू था मानव विकास। मानव संसाधन का विकास कैसे होगा, बेहतर शिक्षा देकर होगा और कोई रास्ता नहीं है। शिक्षा का स्तर बेहतर करना है और उसके अंतर्गत हमारी योजना क्या है। हमारी योजना यह है कि जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ, प्रशिक्षित विश्व विद्यालय हैं। पांच सौ आईआईटी हैं, आईआईएएम्स हैं। अगर इन विद्यालय में हमारे एससी, एसटी, पिछड़ा वर्ग किसी को भी प्रवेश मिल जाता है तो उसका सारा खर्चा रालोद सरकार उठायेगी।
तीसरा पहलू राजनीतिक क्षेत्र विकेन्द्रीयकरण कैसे होगा। भारत के संविधान में 73वां संसोधन, जिसके अंतर्गत पंचायती राज संसोधना को कुछ ताकते दी गई हैं। आजाद भारत में वो चीज अभी-भी लागू नहीं है। मैंने हमारे इस देश के 59 हजार प्रधानों को चिट्ठी लिखी और उनके सुझाव मांगे हैं। मैं उनको कहना चाहता हूं कि सर्वोदय योजना के तहत पंचायती राज को जो भी वित्तीय अधिकार संविधान के तहत मिलने चाहिए। वह सारे अधिकार हमारी सरकार देगी। उन्होंने कहा कि जो न्याय मिलना दुर्लभ हो गया है। न्याय लेने के लिये यहां केे आदमी को इलाहाबाद हाईकोर्ट जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि यह हमारी मांग है और हम करके भी दिखायेंगे। बुंदलेखड और गाजीपुर में हम हाईकोर्ट की नई बैंच स्थापति करेंगे। ताकि न्याय हासिल करने के लिये उसे ज्यादा दूर तक ना जाना पडे।
उन्होंने कहा कि अब आर्थिक समानता पर आ जाईये। दो योजना हमने सोची हैं 2500 करोड़ का एक कोष स्थापित करेंगे, जो दिव्यांग हैं, जो एससी, एसटी कम्युनिटी से हैं और वह स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हैं। उनके लिये एक फंड होगा ताकि वह अपने पैरो पर खडे हो सके। 2500 करोड़ का कृषि के क्षेत्रों में नई टैक्नालॉजी लाते हैं उसे कहते हैं एग्रीकल्चर स्टार्टअप। 2500 करोड़ का कोष उनके लिये स्थापति करेंगे। अगर कोई नया बीच बनाना चाहता है, नई विधि लाना चाहता है, उसे राज्य सरकार की ओर से फंड दिया जायेगा। यह कुछ योजनाएं हैं। मैंने आपके बीच रखी हैं मोटा-मोटी तो यह मान लो राष्ट्रीय लोकदल किसानों की फौज है। हमारा वर्कर हमारी छाती आगे करेगा आपसे आप पर कोई आंच ना आये। जब आपकी सरकार बनेगी, जो फौज है आपकी। वो यह सुनिश्चित करेगी कि आपकी पूरी मौज हो। उन्होंने कहा कि आप सबको बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। जो हमारे बीच एकता बन रही है उसे बनाये रखें। हर वर्ग में जायें। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी की यही पहचान थी कि वह एक जाति या एक धर्म तक सीमित नहीं थे।