अंतिम अरदास में शामिल हुए जयंत चौधरी-दी किसानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

अंतिम अरदास में शामिल हुए जयंत चौधरी-दी किसानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि

लखीमपुर खीरी। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने तिकुनिया पहुंचकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित की गई अंतिम अरदास सभा में लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों को अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि रालोद हर समय पीडित किसान परिवारों के साथ खडा रहेगा।

मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी लखीमपुर खीरी के तिकुनिया पहुंचे। जहां राष्ट्रीय किसान मोर्चा की ओर से 3 अक्टूबर दिन रविवार को हुई हिंसा के मामले में मारे गए किसानों की अंतिम अरदास में शामिल होकर जयंत चौधरी ने मृतक किसानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बनाई गई व्यवस्था के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी भी अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं की तरह आम आदमी की भांति पब्लिक के बीच बैठे और मृतक किसानों की आत्मा की शांति के लिए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि वह हर समय लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारजनों के साथ खड़े हुए हैं। राष्ट्रीय लोकदल ने हमेशा से ही किसानों के मान सम्मान की लड़ाई लड़ी है। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में भी राष्ट्रीय लोकदल अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए पीड़ित किसान परिवारों के साथ हर समय खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को इस मामले को लेकर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे मंत्री को अपनी कैबिनेट से बर्खास्त करें जो किसानों के मान सम्मान की रक्षा करने के बजाय उन्हें गाड़ियों के नीचे कुचलने का मंसूबा रखता हो। इससे पहले लखीमपुर में किसानों को श्रद्धांजलि देने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी को बरेली एयरपोर्ट पर रोक लिया, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियो के मंत्रणा के बाद करीब 45 मिनट बाद उन्हें रवाना किया गया। अपर जिलाधिकारी (नगर) महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अपरिहार्य कारणों से जयंत चौधरी को बरेली एयरपोर्ट पर 45 मिनट तक रोका गया था। पूरी तरह स्थिति स्पस्ट होने पर उन्हें गंतव्य के लिए रवाना किया गया। शर्त यह थी की केवल वह सुरक्षा कर्मियों के साथ लखीमपुर जा सकते है। जिस समय उनको रोका गया, बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण भी मौके पर मौजूद थे।



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