निकाह बाद में पहले मतदान- बारात ले जाने से पहले दूल्हे ने डाला वोट

निकाह बाद में पहले मतदान- बारात ले जाने से पहले दूल्हे ने डाला वोट

खतौली। जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव की महत्ता को देखते हुए नागरिक बढ़-चढ़कर मतदान करने के लिए अपने पोलिंग बूथ पर पहुंच रहे हैं। लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पर्व में भाग लेते हुए निकाह करने जा रहे दूल्हे ने बारात लेकर जाने से पहले अपना वोट डालना राष्ट्रीय कर्तव्य माना, जिसके चलते दूल्हे राजा ने अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचकर मतदान किया और फिर बारात लेकर दुल्हन लाने को रवाना हो गया।

दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट के निर्वाचित मौजूदा बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को जब वर्ष 2013 में हुए दंगे के मामले में दोषी पाते हुए अदालत की ओर से 2 साल की सजा सुनाई गई तो उनकी विधायकी रद्द हो जाने की वजह से खतौली विधानसभा सीट पर राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से आज मतदान कराया जा रहा है। उपचुनाव में उतरे भारतीय जनता पार्टी और रालोद सपा आसपास गठबंधन के उम्मीदवारों द्वारा किए गए प्रचार के बाद जब आज मतदान का काम शुरू हुआ तो मतदाता अपने अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचते हुए मतदान कर रहे हैं। उपचुनाव के दिन कस्बे में रहने वाले जियाउद्दीन कासमी का निकाह होना था। जिसके चलते परिवार में जहां निकाह की तैयारियां चल रही थी, वही दूल्हे मियां भी बारात लेकर दुल्हन लाने को तैयार हो रहे थे। लेकिन इसी दौरान उन्हें याद आया कि आज मतदान भी करना है, लिहाजा निकाह बाद में और मतदान पहले यह बात जेहन में रखकर दूल्हे राजा सीधे अपने पोलिंग बूथ पर पहुंच गए और विधिवत तौर पर लाइन में लगकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।जियाउद्दीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने बारात ले जाने से पहले ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सरकार बनाने में अहम जिम्मेदारी निभाने का काम किया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार जाति-धर्म को देखते हुए वोट नहीं डाला बल्कि आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए वोट का प्रयोग किया है। जियाउद्दीन कासमी ने अवगत कराया की सभी साथियों को उन्होंने पहले ही अवगत करा दिया था कि वह वोट डालकर ही बारात में जाएंगे। चुनाव में वोट डालते हुए कहा कि पहले लोकतंत्र है और शादी भी आज ही है तो कोई बात नहीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को ध्यान में रखते हुए पहले मतदान किया और शादी अब करेंगे।

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