पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का असर-लोकसभा में कई दलों की संख्या कम
नई दिल्ली। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए विधानसभा चुनाव का असर लोकसभा तक पड़ा है। जिसके चलते केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ कांग्रेस को सीटों की संख्या के हिसाब से लोकसभा में नुकसान उठाना पड़ा है। पैसे लेकर प्रश्न पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस को भी एक सीट का घाटा हुआ है।
शनिवार को लोकसभा की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक संसद के भीतर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों की संख्या 300 से घटकर 289 रह गई है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री बनाए गए रेवंत रेड्डी के सांसदी से त्यागपत्र देने के बाद कांग्रेस की भी लोकसभा में संख्या 51 से घटकर 50 रह गई है। पैसे लेकर प्रश्न पूछने के मामले में लोकसभा से बर्खास्त की गई महुआ मोइत्रा के निष्कासन के बाद तृणमूल कांग्रेस को भी लोकसभा में नुकसान उठाने को मजबूर होना पड़ा है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 23 से घटकर 22 रह गई है।
लोकसभा की ओर से बताया गया है कि 17वीं लोकसभा में अब सदन के भीतर 17 रिक्त स्थान हो गए हैं। चूंकि लोकसभा चुनाव में अब 6 महीने से भी कम का समय बचा है इसलिए खाली हुई सीटों पर उपचुनाव नहीं होगा।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कई लोकसभा सांसदों को अपना उम्मीदवार बनाया था। कांग्रेस ने भी लोकसभा सांसद रेवंत रेड्डी को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था।
भारतीय जनता पार्टी के 11 सांसदों के निर्वाचित होने के बाद उन्होंने अपनी लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह रेवंत रेड्डी ने भी विधायक निर्वाचित होने के बाद लोकसभा सीट से अपना त्यागपत्र दे दिया है। उस लिहाज से लोकसभा में इस्तीफा देने वाले इन नेताओं की वजह से उनकी सीटें रिक्त हो गई है।