भाजपा को हराने के लिए सपा के साथ आए: कमलनाथ

भाजपा को हराने के लिए सपा के साथ आए: कमलनाथ

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से 144 प्रत्याशी घोषित किए जाने के अगले दिन आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए कांग्रेस के साथ आए। कमलनाथ ने यहां कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि कल घोषित सूची में 65 उम्मीदवार 50 से कम उम्र के हैं और 19 महिलाएं हैं। लगभग चार हजार लोगों ने टिकट के लिए आवेदन दिए थे। सबसे चर्चा करके और राय लेकर नाम घोषित किए गए हैं। टिकट वितरण चुनौती थी। अगले 2 से 3 दिन में बाकी सीटें घोषित हो जाएंगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की आम आदमी पार्टी (आप) और समाजवादी पार्टी (सपा) से बातचीत हो रही है। केंद्र के 'इंडिया' एलायंस के स्तर पर चर्चा चल रही है, पर उसका फोकस लोकसभा चुनाव पर है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि सपा भाजपा को हराने में पार्टी का साथ दे। उन्होंने उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के संदर्भ में कहा कि उन्हें इस बात के लिए धन्यवाद कि उनका उद्देश्य भाजपा को हराना है। हालांकि दोनों दलों के बीच टिकट वितरण को लेकर उन्होंने कहा कि हमें स्थानीय स्थिति भी देखनी होती है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी में कांग्रेस की ओर से टीवी कलाकार विक्रम मस्ताल को चुनावी मैदान में उतारने पर श्री कमलनाथ ने कहा कि बुधनी में 'कलाकार वर्सेज कलाकार' का चुनाव है। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच डिबेट करानी चाहिए, जिससे पता चलेगा कि कौन बड़ा कलाकार है। टिकट वितरण के बाद की कथित नाराजगी पर उन्होंने कहा कि सभी उनसे चर्चा के दायरे में हैं। पार्टी का लक्ष्य सामाजिक न्याय है, ऐसे में जाति समीकरण भी देखना पड़ता है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने भाजपा नेतृत्व से पूछा कि वे श्री चौहान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा क्यों नहीं घोषित कर रहे हैं। छिंदवाड़ा की छह सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उसकी घोषणा उनके पुत्र और सासंद नकुलनाथ करेंगे। छिंदवाड़ा की घोषणा पहले वहीं होगी, उसके बाद दिल्ली से होगी।भाजपा से आए लोगों को कांग्रेस की ओर से टिकट दिए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा से आए सिर्फ उन लोगों को टिकट दिया गया है, जहां कांग्रेस का संगठन राजी हुआ।

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