राजनाथ सिंह ने विधिवत रूप से सम्भाला भारत के रक्षामंत्री का पद भार

नई दिल्ली। राजनाथ सिह ने आज केन्द्रीय रक्षामंत्री के रूप में विधिवत कार्यभार सम्भाल लिया है। इससे पूर्व में राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री के रूप में अपनी योग्यता का लोहा मनवा चुके हैं। 17वीं लोकसभा में केन्द्रीय रक्षामंत्री का पद सम्भालने वाले राजनाथ सिंह के सामने चुनौतियां कम नहीं हैं। राजनाथ सिंह के सामने सबसे बड़ी चुनौती जम्मूकश्मीर में आतंकवाद का खात्मा व पडौसी देश पाकिस्तान व चीन से देश की सीमाओं की रक्षा करना है। अब देखना है कि देश के नये रक्षामंत्री इसमें किस हद तक कामयाब होते हैं।
राजनाथ सिंह का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी जिले के एक छोटे से ग्राम भाभोरा में 10 जुलाई 1951 को हुआ था। उनके पिता का नाम राम बदन सिंह और माता का नाम गुजराती देवी था। वे क्षेत्र के एक साधारण कृषक परिवार में जन्में थे। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में भौतिक शास्त्र में आचार्य की उपाधी प्राप्त की। वे 13 वर्ष की आयु से संघ परिवार से जुड़े हुए हैं और मिर्जापुर में भौतिकी व्याख्यता की नौकरी लगने के बाद भी संघ से जुड़े रहे। 1974 में माथे पर एक चमकदार लाल तिलक के साथ, उन्हें भारतीय जनसंघ का सचिव नियुक्त किया गया।
राजनाथ सिंह ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश से की। वो २००० से २००२ तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री तथा राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन के शासन में कृषि मंत्री रहे।
राजनाथ सिंह दो बार पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इससे पहले यह उपलब्धि केवल अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के पास ही थी। राजनाथ सिंह पहली बार 31 दिसंबर, 2005 को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। दूसरी बार जनवरी 23 जुलाई 2013 र्से सितम्बर 2014 तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 26 मई 2014 को भारत के केंद्रीय गृहमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अब नरेन्द्र मोदी सरकार की दूसरी पारी में राजनाथ सिंह ने केन्द्रीय रक्षामंत्री के रूप में पदभार सम्भाला है।