टूटा गठबंधन तो अखिलेश ने वापस ले ली गिफ्ट में दी गई कार

टूटा गठबंधन तो अखिलेश ने वापस ले ली गिफ्ट में दी गई कार

लखनऊ। राजनीतिक दलों के भीतर भी जरा सी बात को लेकर बंद हो जाने वाली बच्चों की बोलचाल के बाद अपने गिफ्ट ले वापस लेने की परंपरा उस समय साफ तौर पर दिखाई दी है जब समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान करने वाले महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष से सपा मुखिया ने बीती दिवाली पर गिफ्ट में दी गई फॉर्च्यूनर कार वापस ले ली है। महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सपा मुखिया के गाड़ी वापस लेने के बाद कहा है कि हम ऐसी सैकड़ों गाड़ियां खरीद सकते हैं।

उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल हुए दल अब समाजवादी पार्टी को छोड़कर जाने लगे हैं। समाजवादी पार्टी की ओर से विधान परिषद चुनाव को लेकर किए गए उम्मीदवारों के ऐलान के बाद सबसे पहले महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने जब समाजवादी पार्टी के साथ हुए गठबंधन को तोड़ने का ऐलान किया तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बीती दिवाली के मौके पर महान दल के मुखिया केशव देव मौर्य को गिफ्ट में दी गई फॉर्च्यूनर कार वापस ले ली है।

कार को वापस लिए जाने के बाद महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा है कि अगर कार्यकर्ताओं के चंदे का जो पैसा है उसे हम गाड़ियों में इस्तेमाल करने लगे तो हम ऐसी सैकड़ों गाड़ियां खरीद सकते हैं। लेकिन हम कार्यकर्ताओं की मेहनत का पैसा अपनी सुख सुविधाओं के ऊपर नहीं उड़ाते हैं। महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि जितनी उपेक्षा हमारी इस गठबंधन पर हुई है उतनी किसी भी दल की नहीं हुई होगी।

विधानसभा चुनाव के दौरान भी हमें लड़ने के लिए केवल 2 सीटें दी गई जबकि हमारी मांग 13 विधानसभा सीटों की थी। फिर भी हम चुनाव तक शांत रहे कि अखिलेश यादव की सरकार बनेगी। यही हमारा लक्ष्य भी था। केशव देव मौर्य ने कहा है कि जब विधानसभा वाले को राज्यसभा भेजा जा सकता है तो हमारे गठबंधन में हमें विधान परिषद सदस्य क्यों नहीं बनाया गया। लगातार की गई उपेक्षा के चलते ही हमारी ओर से सपा के गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया गया है।

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