बाबरी पुलिस ने 48 घंटे में पकड़ा कातिल पति

बाबरी पुलिस ने 48 घंटे में पकड़ा कातिल पति

शामली। खाने में सलाद ना दिए जाने के विवाद में की गई पत्नी की हत्या झगड़े के दौरान नहीं बल्कि सोते समय हमला करके अंजाम दी गई थी। हत्यारोपी पति ने चारपाई पर सो रही पत्नी और बेटे पर फावड़े से ताबडतोड प्रहार किए थे। पत्नी की हत्या कर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने वारदात के महज 48 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार करते हुए जेल की सलाखों के पीछे भिजवा दिया है।

जनपद शामली के बाबरी थाना क्षेत्र के ग्राम गोगवान जलालपुर में खाने में सलाद ना देने के विवाद में पत्नी की फावड़े से काटकर हत्या करने के बाद फरार हुए आरोपी को पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार करते हुए मामले का पटाक्षेप कर दिया है। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के निर्देशन में थाना बाबरी पुलिस ने ग्राम गोगवान जलालपुर में हुई सुदेश की हत्या के संबंध में एकत्रित किए गए साक्ष्य एवं सर्विलांस से मिली महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर हत्यारोपी पति मुरली को घटना के 48 घंटे के भीतर भी लोई नहर पुल से गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपी पति मुरली ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह घटना वाले दिन शराब का सेवन करने के बाद देर शाम अपने घर पहुंचा था। उसने जब पत्नी से खाना मांगा तो उसने खाने में सलाद नहीं दिया। जिस पर दोनों के बीच विवाद हो गया। इसी बीच उसका पुत्र अजय भी दोनों के मध्य बीच-बचाव कराने आ गया। परिवार के अन्य लोग भी विवाद समाप्त कराने में आ गए और दोनों को शांत कर मामला समाप्त करा दिया। इसके बाद मुरली वहां से चला गया लेकिन पत्नी के साथ विवार की कसक उसके भीतर घर किये बैठी रही। देर रात मुरली उस समय वापस लौटा जब परिवार के सभी लोग गहरी नींद में सोए हुए थे। पत्नी से हुए विवाद के बाद गुस्से में घिरे मुरली ने घर में रखा फावड़ा उठाया और सोती हुई पत्नी के सिर व गर्दन पर ताबड़तोड़ प्रहार करते हुए उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने पास में ही सो रहे अपने पुत्र अजय पर भी फावड़े से प्रहार किए। अजय के शोर मचाने पर पड़ोसियों में जाग हो गई। जिसके चलते वह जंगल की तरफ भाग गया और वहीं पर ही छिपा रहा। बुधवार को पुलिस ने सर्विलांस के जरिए मिली जानकारी के आधार पर आरोपी को जंगल से गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी पति को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में बाबरी थाना अध्यक्ष नेमचंद सिंह के अलावा उप निरीक्षक विजय त्यागी और राजकुमार तथा कांस्टेबल नितिन कुमार व रिंकू राणा शामिल रहे। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव ने महज 48 घंटे के भीतर मामले का खुलासा करने वाले पुलिस दल की प्रशंसा करते हुए उत्साहवर्धन के लिए उनकी पीठ थपथपाई है।

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