स्वैच्छिक सेवानिवृत्त हुए कांस्टेबल इरशाद सैफी को दी गई भावपूर्ण विदाई

मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली में आयोजित किये गये समारोह में स्वैच्छा से सेवानिवृत्त हुए थाने के कांस्टेबल को गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी सेवाओं को याद कर भावपूर्ण विदाई दी। कर्तव्यनिष्ठ कांस्टेबल को अपने बीच से विदा होते देख साथियों की भी आंखे डबडबा आई।
शहर कोतवाली क्षेत्र की रूडकी पुलिस चौकी पर कांस्टेबल के पद पर तैनात इरशाद सैफी के पुलिस विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने पर कोतवाली परिसर में बुधवार को आयोजित किये गये समारोह में कोतवाली के समस्त स्टाफ सहित जिले के गणमान्य लोगों ने उन्हें फूलमालाएं पहनाकर भावभीनी विदाई दी। समारोह के दौरान शहर कोतवाल अनिल कपरवान ने कांस्टेबल इरशाद सैफी की जमकर तारीफ करते हुए उनके द्वारा अपने सेवाकाल के दौरान किए गए साहसिक कार्यो के बारे में गणमान्य लोगों को बताते हुए उनकी कर्तव्यनिष्ठा और कार्य के प्रति समर्पण भावना की जमकर प्रशंसा की।
इस दौरान रुड़की चुंगी चौकी प्रभारी राघवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि आज विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद हमारे बीच से विदा होकर जा रहे इरशाद सैफी की कमी हमें हमेशा खलेगी। उनके मिलनसार व्यवहार को हम कभी भी भूल नही पायेगें। सेवानिवृत्ति एक विभागीय प्रक्रिया है। जिससे होकर सभी को गुजरना है। लेकिन इरशाद सैफी ने अपने आचार.विचार से सभी का दिल जीता है। उन्होने कांस्टेबल इरशाद सैफी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
गौरतलब है कि कांस्टेबल इरशाद सैफी मूलरूप से जनपद रामपुर के थाना मिलख क्षेत्र के रामपुर के निवासी है। जो एक साधारण परिवार से ताल्लुख रखते है। पुलिस विभाग में चयनित होने के बाद हुई ट्रेनिंग के पश्चात उनकी प्रथम जोइनिंग जिला मुजफ्फरनगर के थाना सिविल लाइन पर 26 जुलाई 2016 को हुई थी, जिसके पश्चात इन्होंने यहां कई वर्षों तक बखूबी अपने कार्य को अंजाम दिया। सिविल लाईन के पश्चात इनकी ड्यूटी कुछ समय के लिए पुलिस लाइन में लगाई गई। पुलिस लाइन के पश्चात 30 अगस्त 2018 से 9 दिसंबर 2020 तक वह शहर कोतवाली क्षेत्र की रुड़की चुंगी चौकी पर तैनात रहे।
कांस्टेबल इरशाद सैफी द्वारा अपने पिछले 4 वर्षो के कार्यकाल में आधा दर्जन से ज्यादा गुडवर्क की घटनाओं को अंजाम दिया गया। गुड वर्क की इन घटनाओं में सबसे बड़ी घटना इरशाद सैफी द्वारा शिक्षा माफिया इम्लाख की करोड़ों रूपये की संपत्ति को सीज कराना था। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद की योजनाओं को खुलासा करते हुए इरशाद सैफी ने बताया कि वह अब पुलिस विभाग की जिम्मेदारी से अलग हटकर एक शिक्षक के रूप में बच्चो को पढ़ाने का कार्य करेंगे। इरशाद सैफी ने अभी कुछ दिन पूर्व ही सुपर टैट की परीक्षा दी थी। इस परीक्षा में उनके साथ 69 हजार अन्य परीक्षार्थी भी शामिल हुए थे। इस परीक्षा में इरशाद सैफी ने 25 हजार 800 सौ वां स्थान प्राप्त किया था। सीटेट परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात इनकी पोस्टिंग जनपद बरेली के प्राथमिक विद्यालय में हुई है। अब इरशाद सैफी वहां जाकर छोटे-छोटे बच्चो को पढ़ाने का कार्य करेंगे।