फाइनेंसर से परेशान भाजपा नेता के पुत्र ने आत्महत्या की

फाइनेंसर से परेशान भाजपा नेता के पुत्र ने आत्महत्या की

श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर थाना क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता विजय उर्फ कृष्णलाल खुराना के 32 वर्षीय पुत्र दीपक ने आज दोपहर अपनी गिफ्ट शॉप के ऊपर वाले कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

पुलिस के मुताबिक दीपक के भाई आशीष खुराना द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर कस्बे में कथित रूप से फाइनेंस का कारोबार करने वाले इंद्र आहूजा नामक व्यक्ति पर आत्महत्या को मजबूर कर देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अस्पताल परिसर में धरना देकर बैठे लोगों ने आहूजा को गिरफ्तार करने की मांग की।

पुलिस के मुताबिक आशीष खुराना ने रिपोर्ट में बताया है कि दीपक ने कुछ अरसा पहले इंद्र आहूजा से छह लाख रुपए ब्याज पर लिए थे। बदले में इंद्र आहूजा ने दीपक और उसकी पत्नी के कुछ खाली चेक तथा स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा कर रख लिए थे। बाद में दीपक ने इंद्र आहूजा को छह लाख के बदले धीरे-धीरे कुल मिलाकर 30 लाख रुपए अदा कर दिए। चेक और स्टांप पेपर वापस मांगने पर इंद्र आहूजा ने उसकी तरफ अभी भी मूल तथा ब्याज की रकम बकाया होना बताकर चेक एवं स्टांप पेपर लौटाने से इन्कार कर दिया।

पुलिस ने बताया कि यही नहीं इंद्र आहूजा लगातार धमका रहा था कि अगर बकाया मूल और ब्याज नहीं दिया तो वह चेक और स्टांप पेपर के आधार पर कानूनी कार्रवाई करेगा। उसे और उसकी पत्नी को जेल भिजवा देगा। इन धमकियों से दीपक परेशान रहने लगा और आज उसने खुदकुशी कर ली।

उधर,पिता विजय खुराना ने मीडिया को बताया कि वह लगभग 6 महीने से इंद्र आहूजा और उसके भाई चाचा आदि को समझा रहा था कि इस मामले को सुलटा लिया जाए लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं मानी।विजय खुराना पदमपुर में भाजपा के कई वर्ष तक मंडल अध्यक्ष रहे हैं।उनके पुत्र द्वारा खुदकुशी कर लेने का पता चलने पर पूर्व मंत्री सुरेंद्र पालसिंह टीटी भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष भादरचंद नारंग सहित बड़ी संख्या में भाजपाई पदमपुर के सरकारी अस्पताल पहुंचे। काफी संख्या में लोगों के साथ यह सभी धरना देकर बैठे हैं।

मांग की जा रही है कि इंद्र आहूजा को पहले गिरफ्तार किया जाए। उधर, पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम होने और पीड़ित पक्ष के ब्यान होने के बाद ही आगे कार्रवाई की जा सकती है। प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी धरने पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

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