निरंतर लुढक़ रहा है अपराधों का ग्राफ- ADG

निरंतर लुढक़ रहा है अपराधों का ग्राफ- ADG

लखनऊ। एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूरे वर्ष के अपराध नियंत्रण के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष के सापेक्ष कानून व्यवस्था बहुत बेहतर हुई है, जिससे अपराध का ग्राफ काफी नीचे गिर गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने कार्य के प्रति पूर्ण सजग है और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य कर रही है।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि विगत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष अपराधों में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने बताया कि डकैती के अपराधों में 20 प्रतिशत से अधिक, लूट में 37 प्रतिशत से अधिक, हत्या में 5 प्रतिशत से अधिक, फिरौती हेतु अपहरण में 15 प्रतिशत से अधिक, गृहभेदन में 26 प्रतिशत से अधिक, बलात्कार के अपराधों में 19 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है।

विवेचनाओं के गुणात्मक निस्तारण/ कार्यवाही के क्रम में डकैती में 81 प्रतिशत से अधिक, लूट में 91 प्रतिशत से अधिक, हत्या एवं फिरौती हेतु अपहरण में 85 प्रतिशत से अधिक तथा बलात्कार में 73 प्रतिशत से अधिक अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की गयी है।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि डकैती के प्रकरणों में माल की बरामदगी 72 प्रतिशत से अधिक, लूट के अपराधों में लूट के माल की बरामदगी 64 प्रतिशत से अधिक रही है, जो कि विगत की तुलना में काफी उत्साहवर्धक उपलब्धि है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में शासन की अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति के अनुरूप विभिन्न कार्य योजनाएं बनाकर अपराधियों के विरूद्ध कठोर विधिक कार्यवाही की गयी है। 01.01.2020 से 30.11.2020 तक 50 हजार एवं उसके ऊपर के 15 अपराधी पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारे गये। इनमें 5 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित एक, एक लाख रूपये पुरस्कार घोषित छह, पचास हजार रूपये के पुरस्कार घोषित 8 अपराधी शामिल हैं। उक्त अवधि में 50 हजार एवं उससे ऊपर के पुरस्कार घोषित अपराधियो में ढाई लाख रूपये धनराशि का एक पुरस्कार घोषित अपराधी, एक लाख रूपये धनराशि के 8 पुरस्कार घोषित अपराधी एवं पचास हजार रूपये धनराशि के 65 पुरस्कार घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। उक्त अवधि में माफियाओं एवं अपराधिक तत्वों की गैंगेस्टर अधिनियम की धारा 14 ( 1 ) के अन्तर्गत 668 करोड़ 5 लाख 63 हजार रूपये से अधिक लागत मूल्य की चल/अचल सम्पत्तियों के जब्तीकरण की कार्यवाही की गयी। उक्त अवधि में कुल 1772 नए गैंग रजिस्टर्ड किए गए हैं।

एनएसए के अन्तर्गत 199 अभियुक्तों को निरूद्ध किया गया है। महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तीकरण के लिए शासन द्वारा निर्गत निर्देशों के क्रम में महिलाओं व बालिकाओं में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ बनाये जाने के उद्देश्य से विशेष अभियान 'मिशन शक्ति' चलाया गया, जिसके उत्साहवर्धक एवं सार्थक परिणाम परिलक्षित हुये है। अभियान मिशन शक्ति के तहत 01.11.2020 से 29.12.2020 तक 1,621 एन्टी रोमियो स्क्वायड द्वारा 3,36,912 स्थानों को चैक किया गया, जिसमें 15,29,177 व्यक्तियों को चैक किया। धारा 107/116 के अन्तर्गत 44,716, धारा 151 के अन्तर्गत 23,394, धारा 294 के अन्तर्गत 1,213, गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत 1,831 एवं धारा 110 जी के अन्तर्गत 6,221 व्यक्तियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की गयी।

प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और सुदृढ बनाये रखने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जनपदों के समस्त 1535 थानों पर महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है, जिस पर ससम्मान उनकी शिकायतों का निस्तारण कराया जा रहा है। 1090 तथा यूपी -112 पर प्राप्त महिलाओं की समस्या सम्बन्धी काॅल्स के आटोमेटेड डेटा बेस, लॉग शेयर करने एवं त्वरित समन्वित कार्यवाही के लिये 1090 व यूपी -112 का इन्ट्रीगेशन किया गया है ।

मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा जन जागरूकता हेतु होर्डिंग्स, एलईडी वैन्स, लघु फिल्मों, एफएम रेडियो आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद लखनऊ में 100 संवेदनशील स्थानों पर 100 पिंक बूथ, पिंक आऊट पोस्ट की स्थापना की गयी है। कमिश्नरेट लखनऊ में महिलाओं के विकास एवं कल्याण हेतु सेफ सिटी परियोजना प्रारम्भ की गयी। महिला पुलिस कर्मियों द्वारा संवेदनशील स्थानों पर 100 दो पहिया पिंक पेट्रोल एवं 10 चार पहिया पिंक पेट्रोल वाहन द्वारा पेट्रोलिंग/गश्त की जा रही है।

एन्टी रोमियो स्क्वायड द्वारा प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तीकरण हेतु अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। उक्त अभियान में वर्ष 2020 में 30.11.2020 तक 7 लाख 7 हजार 950 स्थानों पर 19 लाख 76 हजार 569 व्यक्तियों को चैक किया गया है। चैकिंग के दौरान 3,488 अभियोग पंजीकृत कर 4,720 व्यक्तियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की गयी है। इस दौरान 8,12,993 व्यक्तियों को चेतावनी प्रदान की गयी है।

वर्ष 2020 में 30.11.2020 तक पॉक्सो एक्ट के अपराधों में प्रभावी पैरवी/ अभियोजन के फलस्वरूप मृत्यु दण्ड के 4, आजीवन कारावास के 78 एवं अन्य दण्ड के 255 वादों में माननीय न्यायालयों द्वारा सजा सुनाई गयी है।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एसटीएफ द्वारा अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु वर्ष 2020 में अब तक विभिन्न अभियान निरन्तर संचालित किये गये हैं। एसटीएफ द्वारा उक्त अवधि में अपराधियों से मुठभेड़ में 10 दुर्दान्त पुरस्कार घोषित अपराधियों की मृत्यु हुई तथा संगठित अपराध सम्बन्धित कुल 648 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 158 अवैध शस्त्र, 373 कारतूस बरामद किये गये हैं। मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले 115 अपराधियों को गिरफ्तार कर 20,684 किलोग्राम से अधिक विभिन्न प्रकार के अवैध मादक पदार्थो की बरामदगी की गयी है। अवैध शराब की तस्करी में लिप्त 65 अपराधियों को गिरफ्तार कर 10 करोड़ रूपये से अधिक कीमत की अवैध शराब बरामद की गयी है। 11 वन्य जीव अपराधियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से बड़ी संख्या में प्रतिबन्धित जीव जन्तुओं को बचाया गया तथा बरामदगी की गयी। साइबर क्राइम के 41 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। विभिन्न परीक्षाओं में फर्जी शिक्षक/ भर्ती परीक्षा /नकल कराने/ साल्वर गैंग के सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि आतंकवाद निरोधक दस्ता द्वारा वर्ष 2020 में अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की गयी है। इसमें मुख्यतः जासूसों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए 1 अभियुक्त, एक्यूआईएस संगठन की विचारधारा से प्रभावित आतंकवादियों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये 3 अभियुक्तों को, एफआईसीएन से सम्बन्धित 4 अभियुक्तों को, पीएफआई के विरूद्ध जनपदीय पुलिस के सहयोग से कार्यवाही करते हुए 91 अभियुक्तों को, अवैध टेलीफोन एक्सचेन्ज संचालित कर सरकार को करोड़ों रूपये की क्षति पहुंचाने के सम्बन्ध में 1 अभियुक्त, खालिस्तानी आतकंवादियों को अवैध शस्त्र सप्लाई करने के सम्बन्ध में 3 अभियुक्तों को, फर्जी आईडी एवं दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से रह रहे बंगलादेशी गिरोह के 2 अभियुक्तों एवं अन्य 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

अवैध शराब के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के फलस्वरूप 82,532 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 लाख 6 हजार 945 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब, 19 लाख 12 हजार 431 लीटर अवैध देशी शराब, 36 लाख 42 हजार 381 किलोग्राम लहन की बरामदगी करते हुये 6,918 अवैध भट्ठियों को नष्ट करने की कार्यवाही की गयी है।

अवैध शास्त्रों के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत फैक्ट्री निर्मित 179 बन्दूक, पिस्टल 107, रिवाल्वर 74, रायफल 79, एके 47/एके 56 एक, स्टेन/काबाईन 2, डेटोनेटर 261, कारतूस 41,326, अवैध देशी निर्मित बन्दूक 219 , अवैध पिस्टल 22,447, अवैध रिवाल्वर 1,231 , अवैध रायफल 157, बम 2,481, अवैध कारतूस 3,528 एवं अवैध शस्त्र फैक्ट्री 245 बरामद की गयी हैं।

मादक पदार्थो के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के फलस्वरूप 10,514 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17.1 किलोग्राम हेरोइन, 36 किलोग्राम मारफीन, 711.1 किलोग्राम चरस, 243.1 किलोग्राम अफीम, 33,012.4 किलोग्राम अवैध गांजा, 67.7 अवैध स्मैक, 8706.8 किलोग्राम डोडा पोस्ता, 15.14 किलोग्राम नशीला पाउडर एवं 1,35,977 नशीली गोलियां बरामद की गयी हैं।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि उक्त अवधि में 111 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 27 अपहृतों को सकुशल बरामद/ मुक्त कराने में सफलता प्राप्त की गयी। उक्त अवधि में निरोधात्मक कार्यवाही के अन्तर्गत शस्त्र अधिनियम में 33,051, जुआ अधिनियम में 13,659, एनडीपीएस अधिनियम में 10,201, आबकारी एक्ट में 77,357, गुण्डा एक्ट में 30,972, गैंगेस्टर एक्ट 4,142, एनएसए में 199, गौवध अधिनियम में 2360 एवं अन्य अधिनियम के अन्तर्गत 72,44,560 के विरूद्ध कार्यवाही की गयी।

एडीजी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2020 में डिफेन्स एक्सपो 2020, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति का भारत भ्रमण एवं श्रीराम जन्म भूमि स्थल पर भूमि पूजन आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को निर्बाध रूप से सकुशल सम्पन्न कराया गया है। महत्वपूर्ण संवेदनशील मेलों/ त्यौहारों को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु अभिसूचना संकलन, सुदृढ़ पुलिस व्यवस्था एवं प्रबन्धन के परिणाम स्वरूप गत वर्षों के सापेक्ष प्रमुख त्यौहारों में वर्ष 2017 में 379, वर्ष 2018 में 77, वर्ष 2019 में 28 घटनाएं हुई, जबकि उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में कोई भी घटना घटित नहीं हुई है।

उन्होंने बताया कि सीधी भर्ती के माध्यम से कुल 52 हजार 823 पदों पर भर्ती की गयी, जिसमें आरक्षी एवं समकक्ष पद के 49 हजार 706 एवं उपनिरीक्षक एवं समकक्ष पद के 3 हजार 117 पद सम्मिलित थे। शासकीय कार्य में कर्मियों के लिये प्रोन्नति का विशेष महत्व है, इससे उन्हें अच्छा कार्य करने की सतत प्रेरणा मिलती रहती है। पुलिस महानिदेशक उप्र द्वारा विशेष रूचि लेकर अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को विभिन्न पदों पर प्रोन्नति प्रदान की गयी। इस अवधि में 32,861 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को विभिन्न पदों पर प्रोन्नति प्रदान की गयी, जिसमें मुख्यतः निरीक्षक संवर्ग के 1254, उप निरीक्षक संवर्ग के 999, मुख्य आरक्षी संवर्ग के 22,521, आरक्षी संवर्ग के 7,879, लिपिक संवर्ग के 208 पद सम्मिलित हैं।

उक्त अवधि में राजपत्रित अधिकारियों में अपर पुलिस अधीक्षक से आईपीएस के पद पर 18 अधिकारियों को प्रोन्नति तथा निरीक्षक नागरिक पुलिस/ दल नायक/ प्रतिसार निरीक्षक से पुलिस उपाधीक्षक साधारण वेतनमान ( प्रोन्नति कोटे ) पद पर 92 पुलिस अधिकारियों की प्रोन्नति की गयी। उक्त अवधि में भारतीय पुलिस सेवा के 23 अधिकारियों को प्रोन्नति प्रदान की गयी जिनमें से 6 पुलिस महानिरीक्षक, 8 पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं 9 पुलिस अधीक्षकों को सेलेक्शन ग्रेड के पद पर प्रोन्नति प्रदान की गयी।

एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस बल के अधिकारियों/ कर्मचारियों का मनोबल बनाये रखने एवं उनके उत्साहवर्धन हेतु कुल 3026 पदकों से सम्मानित किया गया, जिसमें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक (पीपीएम) 6, सराहनीय सेवाओ के लिए पुलिस पदक 112, गृह मंत्रालय भारत सरकार का अति उत्कृष्ट सेवा पदक 520, गृह मंत्रालय भारत सरकार का उत्कृष्ट सेवा पदक 1661, उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह 88, सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह 400, पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिन्ह ( प्लेटिनम/गोल्ड/ सिल्वर) सेवाभिलेख के आधार पर 234, मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक 5 सम्मिलित हैं।

कोविड -19 संक्रमण की रोकथाम हेतु भारत सरकार एवं यूपी सरकार द्वारा निर्गत दिशा निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन कराया गया है। निर्देशों के उल्लंघन पर 23.03.2020 से 30.11.2020 तक कुल 2 लाख 38 हजार 505 अभियोग पंजीकृत कर 3 लाख 71 हजार 312 ( 3,71,312 ) व्यक्तियों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की गयी। 56 लाख 91 हजार 949 वाहनों का चालान कर 81,058 वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की गई।

पुलिस विभाग में फ्रन्ट लाइन वाॅरियर्स के तौर कार्य करते हुये 12 हजार से अधिक पुलिस कर्मी कोरोना संकमण से संक्रमित हुये, जिनमें से 98 प्रतिशत पुलिस कर्मी स्वस्थ्य होकर उसी तन्मयता से पुनः कार्य कर अपना योगदान दे रहे है। अब तक 65 पुलिस कर्मियों की कोविड के कारण मृत्यु हो गयी है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्विटर हैंण्डिल पर वर्ष 2020 में कुल 9,43,786 ट्वीट प्राप्त हुए, जिनमें कार्यवाही योग्य कुल 4,104 प्रकरणों में एफआईआर पंजीकृत कर उनका त्वरित निस्तारण कराया गया।

ट्वीटर में प्राप्त एवं टैग किये गये शिकायतों/ सहायता योग्य प्रकरणों से संज्ञानित होने पर कार्यवाही किये जाने का रिएक्शन/रिस्पान्स टाइम के औसत को 20 मिनट से घटाकर 8 मिनट किये जाने के दृष्टिगत यूपी पुलिस पर जनमानस का विश्वास और प्रगाढ़ हुआ है।

ट्विटर हैण्डिल द्वारा यूपी 112, 1090 के साथ जीआरसी, ट्रैफिक और एसडीआरएफ के साथ इंटीग्रेटिड और कोआॅर्डिनेटड ओपन एंड इनबाॅक्स के माध्यम से माॅस गिवनेस रिड्रेसल एंड क्विक असिस्टेंट व्यवस्था क्रियान्वित की गई। लॉकडाउन अवधि के दौरान सिर्फ माह अप्रैल में कुल लगभग 1 लाख 70 हजार ट्वीट प्राप्त हुए जिनमें से अधिकांश आपातकालीन संचलन की अनुमति, भोजन- खाद्य पदार्थ की आपात व्यवस्था, चिकित्सीय सहायता, कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना एवं लॉकडाउन के उल्लंघन से संबंधित थे।

सोशल मीडिया के नकारात्मक तथ्यों एवं दुरूपयोग के दृष्टिगत समेकित रूप से सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सतत निगरानी द्वारा अफवाह/ भ्रामक सूचना फैलाने, सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने संबंधी एवं महिलाओं तथा विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों के विरूद्ध आपत्तिजनक टिप्पणियों से सम्बन्धित कुल 1918 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी एवं कुल 2173 सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक कराये गये।

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