दिल्ली पुलिस के नोटिसों से बढी किसानों की टेंशन

दिल्ली पुलिस के नोटिसों से बढी किसानों की टेंशन

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में शामिल भीड़ का हिस्सा रहे जनपद मुजफ्फरनगर समेत उत्तर प्रदेश के 5 जनपदों के किसानों को चिन्हित कर दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस भेजे गए हैं। बागपत में 9 किसानों को अब तक नोटिस प्राप्त हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच पड़ताल में दिल्ली पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा।

राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुई हिंसा की जांच तेज करते हुए दिल्ली पुलिस ने अब आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की उन वीडियो फुटेज की जांच कर रही है, जो हिंसा से संबंधित है। नागरिकों द्वारा भी कई वीडियो दिल्ली पुलिस को मुहैया कराए गए हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है उन्नतशील फॉरेंसिंक सॉफ्टवेयर की मदद से यह वीडियो क्लिप सबूत के रूप में न्यायालय के सम्मुख पेश करेगी। दिल्ली पुलिस ने नागरिकों व अन्य स्तर से प्राप्त हुई वीडियो व तस्वीरों के माध्यम से आरोपियों की पहचान करते हुए लोगों को नोटिस भेज रही है।

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा में शामिल रहे 50 से ज्यादा लोगों की तस्वीरें पुलिस अभी तक जारी कर चुकी है। जिनमें से कई आरोपी गिरफ्तार कर जेल भी भेजे जा चुके हैं। उधर जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस ने जनपद बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर व लखीमपुर खीरी के ऐसे लोगों को चिन्हित किया है जो गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली गए हुए थे और वे गणतंत्र दिवस के मौके पर हिंसा करने वाली भीड़ का हिस्सा थे। ऐसे सभी लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस के माध्यम से संबंधित थानों की मदद से दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा जारी किए गए इस नोटिस में आरोपियों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस का जितना भी सहयोग अपेक्षित होगा वह उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली पुलिस अपने स्तर से ही जांच कर रही है।

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