एसटीएफ का छापा- बिना पढ़े लिखे बना डॉक्टर गिरफ्तार- अब तक..

एसटीएफ का छापा- बिना पढ़े लिखे बना डॉक्टर गिरफ्तार- अब तक..

देहरादून। बीएएमएस फर्जी डॉक्टर डिग्री मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद के बेहट में प्रैक्टिस करते हुए लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के हत्थे चढ़ा डॉक्टर उन 36 फर्जी बीएएमएस डॉक्टर में शामिल है जिन्हें एसटीएफ द्वारा चिन्हित किया गया है।

उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने सहारनपुर के बेहट में छापामार कार्यवाही करते हुए बीएएमएस की फर्जी डिग्री के सहारे उत्तराखंड से पंजीकरण प्राप्त कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे चिकित्सक को गिरफ्तार किया है।

उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इसी साल की 11 जनवरी को बीएएमएस की फर्जी डिग्री के सहारे राज्य के स्वास्थ्य विभाग से पंजीकरण प्राप्त कर चिकित्सा करने वाले फर्जी डॉक्टरों का पर्दाफाश किया था। इस मामले में एसटीएफ द्वारा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित बाबा ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के चेयरमैन इमरान समेत दो फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया गया था। नेहरू कॉलोनी सीओ अनिल जोशी ने बताया है कि एसटीएफ की टीम ने इस पूरे मामले में 36 फर्जी डॉक्टरों को चिन्हित किया था, जिसके बाद एसएसपी ने एसपी क्राइम की अगुवाई में 10 मई को एसआईटी का गठन करते हुए थाना नेहरू कॉलोनी पर पंजीकृत मुकदमे की विवेचना करने के निर्देश दिए थे।

एसटीएफ अभी तक 23 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है जिनसे की गई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने सहारनपुर के बेहट में रहने वाले आरोपी लोकेश शर्मा को गिरफ्तार किया है। उसने बेंगलुरु कर्नाटक के एक फर्जी संस्थान से डिग्री हासिल कर भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड से पंजीकरण प्राप्त कर बेहट में प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया था। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स लगातार फर्जी डॉक्टरों पर कार्रवाई कर रही है। कार्रवाई के तहत एसटीएफ ने सहारनपुर के बेहट में प्रैक्टिस कर रहे एक और फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। पूर्व में एसटीएफ ने 36 फर्जी फर्जी डॉक्टरों को चिन्हित किया था, जिसमें से अब तक टीम 23 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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