एसपी नीरज कुमार जादौन के शौर्य और कर्तव्य को प्रणाम

एसपी नीरज कुमार जादौन के शौर्य और कर्तव्य को प्रणाम

ग़ाज़ियाबाद । नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हिंसा की वजह से एसपी गाजियाबाद नीरज कुमार जादौन दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पेट्रोलिंग कर रहे थे उसी वक्त उन्हें करीब में धमाकों और फायरिंग की आवाज़ सुनाई दी उन्होंने देखा तकरीबन दो सौ तीन सौ गज के फासले पर दंगाई आगजनी लूट और गोलियां चला रहे हैं जिस इलाक़े में हंगामा और लूटपाट हो रही थी वह इलाका दिल्ली के करावल नगर का था जो उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता था उन्होंने देखा कि सौ दो सौ दंगाईयों की भीड़ गाड़ियों में आग लगा रहेे हैं और दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे है और कुछ दंगाई पेट्रोल बम लेकर एक घर में घुस गये है।






प्रोटोकॉल तोड़ते हुए कर्तव्य और माानवता से भरपूर एसपी कुमार जादौन ने अपना कर्तव्य निभाते हुए ड्यूटी को अंजाम देकर फौरन बॉर्डर पार करते हुए दंगाइयों को रोकने का फैसला किया। एसपी नीरज कुमार जादौन के शौर्य और तादाद में कम होने के बावजूद उत्तर प्रदेश पुलिस फोर्स के हौसले ने दंगाइयों का डट कर मुकाबला किया और पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया और इस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम ने फर्ज और ड्यूटी निभाते हुए कई परिवारों की जान बचाई ।





नीरज कुमार जादौन 2015 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उत्तर प्रदेश के जिला जालौन के नौरेजपुर गांव के रहने वाले नीरज कुमार एक मामूली किसान के बेटे हैं। संघर्ष की बदौलत नीरज कुमार जादौन सिविल सर्विस में आने का सफर भी काफी मोटिवेशनल रहा है। किसान पिता के मर्डर के बाद वो इतने गुस्से में थे कि पुलिसवाला बनने की ठान ली थी और एक निडर और जाबांज पुलिसवाले के तौर पर मानवता और देश की सेवा कर अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं।


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