पंचायत चुनाव का मतदान शांति के साथ संपन्न-पुलिस प्रशासन ने ली राहत की सांस

शामली। जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जिला अधिकारी जसजीत कौर और एसपी सुकीर्ति माधव की अगुवाई में शांति के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान कहीं भी कोई गंभीर वारदात नहीं हुई। पुलिस द्वारा सभी पोलिंग बूथों पर घूम-घूम कर मतदाताओं से शांतिपूर्ण मतदान करने की अपील करते हुए दबंगों को किसी भी तरह की हरकत पर जेल भेजे जाने की चेतावनी दी गई।
बाबरी थाना क्षेत्र में सोमवार को थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह की अगुवाई में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांति के साथ संपन्न हो गया। सवेरे 7:00 बजे शुरू हुआ मतदान निर्धारित समय शाम 6 बजे तक चला। कई पोलिंग बूथों पर मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी मतदाताओं के होने की वजह से बाद तक भी वोट डाले गए। मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए पुलिस कर्मियों के लिए थानाध्यक्ष नेमचंद सिंह की ओर से भोजन की बेहतर व्यवस्था की गई थी। मतदान के समय थाना अध्यक्ष नेमचंद सिंह पुलिस फोर्स के साथ थाना क्षेत्र में बने सभी मतदान केंद्रों पर लगातार चक्कर लगाते रहे। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं से शांतिपूर्ण मतदान करने की अपील की और मतदान को प्रभावित करने की कोशिशों में लगे दबंगों को चेताया कि यदि किसी ने भी गड़बड़ी करने या कराने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया जाएगा। थानाध्यक्ष ने पोलिंग बूथों के समीप बिना वजह खडे लोगो को डंडे फटकार खदेड़ा। थाना अध्यक्ष की चेतावनी और अपील का यह असर रहा कि शाम तक सभी बूथों पर शांति के साथ वोट डाले गए। पुरुष और महिला वोटरों ने उत्साह के साथ अपने पोलिंग बूथ पर मतदान किया। मतदान समाप्ति के साथ ही जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों का भाग्य मत पेटियों में बंद हो गया।
आगामी 2 मई को होने वाली मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। उधर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गांव गांव जाकर चुनाव प्रभावित करने के आरोप में सपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य शेर सिंह राणा को पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रशासन की माने तो माने तो शेर सिंह राणा ने गांव गांव जाकर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मतदान के दिन चुनाव को प्रभावित करने का काम किया जिससे गांव में माहौल खराब हो रहा था। सूत्रों की माने तो शेर सिंह राणा ने निर्वाचन आयोग की ओर से अपना फर्जी पास जारी करा लिया था लोगों की शिकायत के बाद थाना भवन पुलिस ने शेर सिंह राणा को क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर से हिरासत में ले लिया। शेर सिंह राणा का कहना है कि सत्ता के दबाव में पुलिस काम कर रही है और जब उनके पास में निर्वाचन आयोग का पास है तो वह मतदान स्थलों पर निरीक्षण क्यों नहीं कर सकते। निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी किए गए पास के कारण क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे। उन्होंने पुलिस पर सत्ता के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। फिलहाल शेर सिंह राणा को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने की चर्चा क्षेत्र में बनी हुई है। खुद शेर सिंह राणा ने भी अपनी सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर अपने गिरफ्तार होने की पोस्ट की है। फिलहाल पुलिस शेर सिंह राणा के पास मौजूद चुनावी पास की जांच में जुटी हुई है। अगर पास फर्जी निकला तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है।