बूथ का ब्यौरा डिजिटल कर इलेक्शन सकुशल कराने में जुटी है पुलिस

बूथ का ब्यौरा डिजिटल कर इलेक्शन सकुशल कराने में जुटी है पुलिस

मुरादाबाद। 2022 के विधानसभा चुनाव की आहट उत्तर प्रदेश में हो चुकी है। एक तरफ जहां राजनीतिक दल बूथ मैनेजमेंट मजबूत करके चुनावी रण को जीतना चाहती हैं ,तो वहीं दूसरी तरफ मुरादाबाद पुलिस अपने बूथ मैनेजमेंट को डिजिटल कर पुख्ता करने में जुटी हुई है। मुरादाबाद पुलिस किस तरह बूथ मैनेजमेंट को लेकर काम कर रही है। पढ़िए विशेष रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। सभी राजनीतिक दल अभी से अपने-अपने बूथ मैनेजमेंट को लेकर सक्रिय दिखाई पड़ रहे है। अधिकतर राजनीतिक दलों ने अपनी बूथ कमेटियों की घोषणा भी कर दी है।


बूथ मैनेजमेंट के जरिए सत्ता की सीढ़ियों पर चढ़कर सरकार बनाने में जुटे राजनीतिक दलों से अलग हटकर मुरादाबाद पुलिस भी अपना बूथ सिस्टम दुरुस्त करने में जुटी हुई है। आपको बताते चलें कि मुरादाबाद जनपद के एसएसपी बबलू कुमार ने जनपद की सभी विधानसभा के बूथों का डिजिटलकरण करना शुरू कर दिया है।

चुनाव की शुरुआत होते ही इलेक्शन कमीशन भी मतदान केंद्रों की स्थिति की जानकारी पुलिस प्रशासन से करता है। इसी के मद्देनजर एसएसपी बबलू कुमार ने जनपद में सभी विधानसभाओं की ऑनलाइन जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। जनपद में कितनी विधानसभा हैं, विधानसभा क्षेत्र के शस्त्रों का सत्यापन, पूर्व के विवाद , कितने हिस्ट्रीशीटर, 107/16 में कितने मुचलका पाबंद, कितने शस्त्र धारक है उनका सत्यापन डिजिटल कर दिया है।


इसके साथ साथ पुलिस के ठहरने की सुविधाएं, स्कूलों का सत्यापन, प्रत्येक बूथ की मॉनिटरिंग सभी थानों के इंस्पेक्टरों को भेजकर प्रत्येक बूथ की पूरी डिटेल कलेक्ट कर आ रहे हैं। इसकर साथ साथ ही बूथ की पहले स्थिति क्या थी, वर्तमान में क्या है और बेहतर क्या हो सकती है। केंद्र की बिल्डिंग की स्थिति क्या है , इसको भी चेक किया जा रहा है।

एसएसपी सभी इंस्पेक्टरों से बूथ का सत्यापन प्रमाण पत्र वहां खड़े होकर फोटो खींचने के साथ मंगा रहे हैं। एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है कि अगर बूथ से संबंधित जानकारी मांगी जाएगी तो उसको दिखाना पड़ेगा। इसके साथ साथ एसएसपी ने मतदान केंद्र के आसपास की स्थिति को भी एकत्र करना शुरू किया हुआ है। एसएसपी बबलू कुमार ने सभी बूथ के आसपास के पांच संभ्रांत लोगों की सूची बनाने का निर्देश दिया हुआ है। जिसमें उन संभ्रांत नागरिक का नाम , मोबाइल नंबर और डिटेल मांगी गई है।


गूगल मैप से भी जुड़े हैं मुरादाबाद के बूथ

एसएसपी बबलू कुमार ने अपनी टीम के साथ मिलकर पोलिंग बूथ को गूगल मैप से जोड़ने का भी काम किया है, अगर किसी पोलिंग बूथ पर मतदान के दिन कोई गड़बड़ होती है तो पुलिस को रास्ते पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गूगल मैप लगाकर वहां पुलिस जल्दी से पहुंच सकती है। इसके साथ साथ ही एसएसपी ने चार पांच बूथ को मिलाकर एक क्लस्टर मोबाइल का भी गठन किया है, जो 4 से 5 किलोमीटर के दायरे में भ्रमणशील रहकर मतदान वाले दिन गली मोहल्ले में घूमेगी। एसएसपी बबलू कुमार कहते हैं क्लस्टर मोबाइल का गठन इसलिए किया गया है कि अगर पोलिंग सेंटर पर कोई घटना होती है तो क्लस्टर मोबाइल के पुलिसकर्मी तत्काल घटनास्थल पर पहुंच जाएं। इसके साथ साथ उन को निर्देश दिये जाएंगे कि वह क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर यह भी वाच करेंगे कि कोई प्रभावशाली व्यक्ति वोटर को प्रभावित तो नहीं कर रहा है । गूगल मैप से जोड़ने के सवाल पर वह कहते हैं कि अगर पोलिंग सेंटर पर कोई घटना हो जाती है तो गूगल मैप के आधार पर वहां तत्काल पहुंचा जा सकता है।


पुराने विवादों की भी जुटाई जा रही है जानकारी

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एसएसपी बबलू कुमार ने गांव दर गांव के पूर्व विवादों को भी डिजिटल करा दिया है। मुरादाबाद पुलिस की वेबसाइट पर पूरे जनपद के ग्रामवार विवाद दर्ज किए गए हैं। जिसमें क्रम संख्या, थाने का नाम, प्रथम पक्ष का नाम, द्वितीय पक्ष का नाम, विवाद का संक्षिप्त विवरण और कृत कार्रवाई भी दर्ज की गई है। इसके साथ-साथ ग्रामवार सक्रिय राजनीतिक व्यक्तियों का ब्यौरा भी ऑनलाइन किया जा रहा है ।जिसमें क्रम संख्या, उसका नाम, थाना क्षेत्र , गांव या मोहल्ले का नाम और पार्टी का नाम भी उल्लेखित किया जा रहा है।

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