जमीन विवाद में पड़ोसी ने ही कराई थी 10 वर्षीय बालक की हत्या

जमीन विवाद में पड़ोसी ने ही कराई थी 10 वर्षीय बालक की हत्या

कासगंज। पुलिस अधीक्षक मनोज सोनकर के निर्देशन में थाना सिढ़पुरा पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 10 वर्षीय बालक की हत्या कर फ़रार हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें से एक आरोपी मुकाबला करते हुए पुलिस की गोली का शिकार हो गया। पुलिस ने घायल आरोपी को उपचार के लिये जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया। 10 वर्षीय बालक की हत्या जमीनी विवाद की रंजिश में पडोसी ने ही भाडे़ के हत्यारों से कराई थी। मात्र 48 घंटों के अंदर इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर एक उपलब्धि हासिल की है, जिससे ग्रामवासियों में हर्ष व्याप्त है।

बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक मनोज सोनकर ने बताया कि थाना सिढपुरा पर पीडित द्वारा अपने पुत्र लोकेश उम्र करीब 10 वर्ष के गायब होने के सम्बन्ध में तहरीर दी गई। इस सूचना के आधार पर अपराध संख्या 15/21 धारा 364ए पंजीकृत कर घटना के सफल अनावरण एवं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा कासंगज के नेतृत्व में 3 पुलिस टीमें जिसमें सर्विलांस, एसओजी एवं स्थानीय पुलिस की टीमें गठित की गई थी। इसके साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आगरा के नेतृत्व में एसटीएफ आगरा द्वारा भी बच्चे की बरामदगी के लिये कासगंज पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्यवाही प्रारम्भ की गई। गठित टीमों द्वारा किये जा रहे निरन्तर प्रयासों एवं सर्विलांस से मिले साक्ष्यों के आधार पर 3 आरोपियों को़ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 1 बाईक बिना नम्बर, 1 अवैध तमन्चा 315 बोर, 1 खोखा कारतूस एवं 2 जिन्दा कारतूस बरामद किये हैं। पुलिस को आरोपियों ने अपना नाम अजय कुमार पुत्र धारम सिंह निवासी पिथनपुर थाना सिढपुरा जनपद कासगंज, अमर पाल पुत्र कप्तान सिंह निवासी मनगई थाना सिढपुरा जनपद कासगंज, राजबहादुर पुत्र अभिलाख सिंह निवासी पिथनपुर थाना सिढपुरा जनपद कासगंज बताया है।


पुलिस द्वारा शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये किये गये निरन्तर प्रयासों के क्रम में पुलिस टीम द्वारा आज एटा रोड पर साक्षी महाराज के आश्रम के पास बने प्रतीक्षालय एवं आरोपी राजबहादुर को गांव पिथनपुर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है।

आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि बालक लोकेश के परिजनों का जमीनी विवाद पडोस के ही राजबहादुर पुत्र अभिलाख सिंह से चल रहा था, राजबहादुर द्वारा ही लोकेश की हत्या के लिये हम लोगों को (अजय एवं अमरपाल को) पैसों का लालच दिया गया था, अजय ने अमरपाल के साथ मिलकर लोकेश को मोबाईल में गाना सुनाने के बहाने खेतों पर ले जाकर रस्सी से गला दबाकर हत्या कर शव को बाजरा के बुर्ज में छिपा दिया गया था। घटना को छिपाने एवं पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से फिरौती की मांग की गई थी, जबकि आरोपियों द्वारा 18 जनवरी 2021 को प्रातः ही हत्या कर दी गई थी तथा फिरौती के लिये फोन दूसरे दिन किया गया था। कोई अपहरण की घटना नहीं थी, पड़ोसी ने ही बच्चे की हत्या कराई और गुमराह करने के लिये अपहरण का नाटक रचा गया था

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