ज्ञानवापी पर आंखें तरेरने वाले मौलाना गनर छोड़कर फरार- घर पर दबिश

ज्ञानवापी पर आंखें तरेरने वाले मौलाना गनर छोड़कर फरार- घर पर दबिश

बरेली। ज्ञानवापी के मामले को लेकर अपनी गिरफ्तारी की घोषणा करते हुए पुलिस के लिए सिरदर्द बनने वाले आईएमसी प्रमुख मौलाना अब सचमुच होने वाली गिरफ्तारी के डर से अपनी सुरक्षा में तैनात गनर को छोड़कर फरार हो गए हैं। बरेली में वर्ष 2010 के दंगों में मुख्य आरोपी बनाए जाने के बाद अदालत ने मौलाना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है। आज होने वाली अदालत में पेशी से पहले ही मौलाना भूमिगत हो गए हैं। उनकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है।

बुधवार को भी आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर राजा पुलिस के हाथ नहीं लग सके हैं। ज्ञानवापी मामले को लेकर अपनी गिरफ्तारी का ऐलान करते हुए पुलिस को असमंजस में डालने वाले मौलाना तौकीर राजा अब कोर्ट के आदेशों के बाद सचमुच होने वाली गिरफ्तारी के डर से अपने गवर्नर को छोड़कर भूमिगत हो गए हैं। भगोड़े मौलाना की तलाश में पुलिस दौड़ धूप करते हुए लगातार जगह-जगह दबिश दे रही है। मौलाना की तलाश में सीओ संदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम देश की राजधानी दिल्ली भी भेजी गई है।

उल्लेखनीय है कि तकरीबन एक महीने पहले जब अदालत की ओर से ज्ञानवापी के मामले को लेकर अपना फैसला सुनाया गया था तो मौलाना तौकीर रजा ने ज्ञानवापी मामले पर अदालत के फैसले के विरोध में 9 फरवरी को इस्लामिया ग्राउंड में अपनी गिरफ्तारी देने का ऐलान किया था। इस दौरान मौलाना के बुलावे पर जमा हुई भारी भीड़ में अच्छा खासा हंगामा करते हुए पुलिस के लिए बड़ा सिर दर्द खड़ा कर दिया था। भूमिगत हुए मौलाना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी मर्यादित टिप्पणी की थी, लेकिन इस मामले में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी।

परंतु इसी बीच फास्ट ट्रैक- प्रथम रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने वर्ष 2010 के दंगे के मामले की सुनवाई में मौलाना तौकीर राजा को दंगे का मास्टरमाइंड बताकर कोर्ट में तलब कर लिया। इसके बाद से भूमिगत हुए मौलाना पुलिस की तमाम कोशिशें के बावजूद हाथ नहीं लग सके हैं। सोमवार को अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है कि वह मौलाना को 13 मार्च को अदालत में पेश करें।

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