किस्मत या कार्यशैली- SHO डीके त्यागी के कार्यकाल में नहीं हुआ कोई कत्ल

किस्मत या कार्यशैली- SHO डीके त्यागी के कार्यकाल में नहीं हुआ कोई कत्ल

मुजफ्फरनगर। दूसरी बार सिविल लाइन जैसे महत्वपूर्ण थाने के प्रभारी निरीक्षक डीके त्यागी की किस्मत कहें या उनकी कार्यशैली, जिसमें वह लगातार सक्रिय रहकर अपने क्षेत्र के अपराधियों पर नजरे जमाए रहते हैं कि उनके पहले कार्यकाल या अब 20 मार्च 2020 से लेकर अब तक के दूसरे कार्यकाल के कुल 660 दिनों में सिविल लाइन थाना क्षेत्र में कोई हत्या नहीं हुई है।

1997-98 बैच के सब इंस्पेक्टर एवं प्रमोशन पाकर वर्तमान में इंस्पेक्टर सिविल लाइन डीके त्यागी ने चार्ज संभालने के बाद से अपनी कार्यशैली से सिविल लाइन जैसे संवेदनशील थाने में गुड पुलिसिंग कर रहे हैं। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में जहां कचहरी आती है , वहीं लगभग सभी राजनीतिक दलों के दफ्तर और पुलिस के बड़े अफसरों के बंगले भी इसी थाना क्षेत्र में स्थित हैं । उनके थाना इलाके में आए दिन विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाता रहता है, उसमें बिजी रहने के बावजूद भी इंस्पेक्टर डीके त्यागी अपनी कार्यशैली के बलबूते सबसे सामंजस्य बनाकर अपने थाना क्षेत्र की व्यवस्था को दुरुस्त किए हुए हैं।


सबसे पहले इंस्पेक्टर डीके त्यागी को 23 अक्टूबर 2017 को मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन जैसे महत्वपूर्ण थाने की जिम्मेदारी दी गयी। 23 अक्टूबर 2017 से 20 फरवरी 2019 तक 485 दिनों के अपने पहले कार्यकाल में इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने अपने क्षेत्र में चौकसी इस कदर की कि उनके कार्यकाल में हत्या जैसी कोई घटना नहीं हो पाई। 20 फरवरी 2019 के बाद इंस्पेक्टर डीके त्यागी को 20 मार्च 2020 को फिर से सिविल लाइन थाने का प्रभारी निरीक्षक बना दिया गया। अपने एसएसपी अभिषेक यादव के दिशा निर्देशन में सोशल पुलिसिंग कर रहे इंस्पेक्टर डीके त्यागी के चार्ज संभालने के बाद से ही पूरे देश के साथ-साथ मुजफ्फरनगर में भी कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा दिया गया था। लॉकडाउन लगने के बाद इंस्पेक्टर डीके त्यागी ने अपने क्षेत्र में इसका सख्ती से पालन कराया। इसकी वजह भी थी क्योंकि इंस्पेक्टर डीके त्यागी पूर्व में भी सिविल लाइन थाने के प्रभारी रह चुके थे तो उनको अपने थाना क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति का पता था । लॉकडाउन में भी दवा मार्केट जिला परिषद को कुछ समय के लिए खोलने के आदेश जिला प्रशासन ने दिए हुए थे। 4 घंटे दवा बाजार खोलने के समय में जिला परिषद मार्केट में भारी भरकम भीड़ हो जाती थी। डीके त्यागी अपनी टीम के साथ मिलकर व्यवस्था को दुरुस्त बनाने में जुट जाते थे। इंस्पेक्टर डीके त्यागी लगातार सक्रिय रहते थे , उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी में एनाउंसमेंट लेकर गाड़ी से ही आम पब्लिक को कोरोना संक्रमण से बचाव, दो गज की दूरी के लिए प्रेरित करते रहते थे।


20 मार्च 2020 से लेकर अब तक 175 दिनों के अपने कार्यकाल में डीके त्यागी की सक्रियता का ही नतीजा है कि सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हत्या जैसी कोई घटना नहीं हो पाई है। इसे किस्मत ही कहा जा सकता है कि पिछले दिनों सिविल लाइन थाना इलाके के महमूद नगर निवासी एक युवक की कोतवाली नगर क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी, जबकि घटना को अंजाम देने वाले कुछ लोग और मृतक भी थाना सिविल लाइन क्षेत्र के ही रहने वाले थे। इसे किस्मत भी कह सकते हैं और कार्यशैली भी कि इंस्पेक्टर डीके त्यागी के पहले 485 दिन और वर्तमान कार्यकाल के 175 दिन यानि कुल 660 दिनों में हत्या की कोई वारदात सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नहीं हो पाई है।

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