सर्विस बुक के पन्ने फाड़ सिपाहियों को परमोशन दिलाने वाला दरोगा बर्खास्त

कानपुर। सर्विस बुक के कुछ पन्ने फाड़कर गायब करते हुए तीन सिपाहियों को प्रमोशन दिलाने वाले दरोगा को बर्खास्त करते हुए आला अधिकारियों द्वारा इस मामले को लेकर जांच बैठा दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद अब दरोगा लिखित के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है।
दरअसल उत्तर प्रदेश पुलिस के गोपनीय विभाग द्वारा वर्ष 2023 में प्रमोशन किए जाने वाले कांस्टेबल एवं हेड कांस्टेबल की सूची तैयार की गई थी। इस लिस्ट में महिला सिपाही प्रतिमा राजपूत, सिपाही अश्वनी बाथम एवं डिस्पैच विभाग के मुंशी पद पर तैनात सिपाही युवराज सिंह का नाम भी शामिल था।
लेकिन विभाग की ओर से की गई जांच पड़ताल में सामने आया कि प्रमोशन के लिए चयनित किए गए इन तीनों कांस्टेबल के सर्विस रिकॉर्ड में जो खामियां थी उसके आधार पर प्रमोशन नहीं हो सकता था। यह मामला सामने आने के बाद तीनों सिपाहियों ने हेड क्वार्टर में तैनात लिपिक दरोगा देवेंद्र मौर्य के साथ संपर्क करते हुए प्रमोशन के बाबत दरोगा के साथ सेटिंग की। जिसके चलते तीनों ने अपनी सर्विस बुक में बेड एंट्री वाले पन्ने फडवाने की दरोगा से बात करी।
बातचीत के दौरान सेटिंग निर्धारित होने के बाद दरोगा देवेंद्र आर्य ने तीनों सिपाहियों की बेड एंट्री वाले पन्ने फाड़ दिए थे। यह मामला जब आला अधिकारियों के पास पहुंचा तो मामले की जांच कराए जाने पर फर्जी वाड का यह मामला सही होना पाया गया। सोमवार को इस पर एक्शन लेते हुए पूर्व पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने तीनों सिपाहियों के साथ दरोगा को भी निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच कराई जा रही है। एडिशनल सीपी हेड क्वार्टर विपिन कुमार मिश्रा ने बताया है कि पन्ने फाड़ने के आरोपी दारोगा को इस मामले में बर्खास्त कर दिया गया है।