रिटायर्ड CO से दरोगा जी मांग रहे थे रिश्वत जाना पड़ गया जेल

रिटायर्ड CO से दरोगा जी मांग रहे थे रिश्वत जाना पड़ गया जेल

लखनऊ। अपने ही विभाग के रिटायर्ड सीओ से धोखाधड़ी के मुकदमे में पांच हजार रूपये की रिश्वत मांगना दरोगा के लिए भारी पड़ गया। एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।

गौरतलब है कि साल 2018 में यूपी पुलिस के सीओ पद से रिटायर्ड हुए बीएल दोहरे लखनऊ में ही रह रहे हैं । रिटायर होने के बाद बीएल दोहरे ने राजनीति क्षेत्र में आने का मन बनाया। बताया जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मोहनलालगंज सीट से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसी बीच कुछ लोगों ने रिटायर्ड सीओ को मंडी परिषद का अध्यक्ष बनाने के लिए सपने दिखाए और उनसे 20 लाख रुपए हड़प लिए। जब काफी दिनों तक रिटायर्ड सीओ को मंडी परिषद का अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो उन्होंने जुलाई 2020 में लखनऊ के सरोजिनी नगर थाने में 7 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की विवेचना थाने पर तैनात दरोगा राधेश्याम यादव कर रहे थे ।

राधेश्याम यादव ने रिटायर्ड डीएसपी का भी लिहाज नहीं किया और कहां अगर कार्रवाई करवानी है तो कुछ खर्चा करना पड़ेगा। धारा बढवाने और गिरफ्तारी करने के नाम पर पांच की रिश्वत मांगने वाले दरोगा की रिटायर्ड सीओ ने एंटी करप्शन से शिकायत कर दी। बताया जा रहा है कि रिटायर्ड डिप्टी एसपी ने दरोगा राधेश्याम से बात की तो उसने उन्हें बिजनौर चौराहे पर बुला लिया। जैसे ही रिटायर्ड डिप्टी एसपी ने रिश्वत के तौर पर ₹5000 दरोगा राधेश्याम यादव को दिए , ऐसे ही एंटी करप्शन की टीम ने उन्हें धर दबोचा। एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार दरोगा को पीजीआई थाने की पुलिस के हवाले कर दिया, जहां से उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया ।

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