अवैध रूप से चल रहा नर्सिग होम स्वास्थ्य विभाग ने किया सील

बुढ़ाना। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुए कस्बें में वर्षाे से चल रहे अवैध नर्सिग होम को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई को देखकर बिना डिग्री के डाॅक्टरी कर रहे लोगों के अलावा मैडिकल स्टोर संचालकों में हडकंप मच गया। वह अपनी दुकानें बंद कर इधर-उधर खिसक गये।
बुढ़ाना कस्बें के मौहल्ला शिवपुरी में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर कई वर्षों से चल रहे नर्सिग होम पर छापामार कार्रवाई की। चिकित्सा सम्बंधी कागजात मांगने पर नर्सिग होम पूर्ण रूप से अवैध पाया गया। नर्सिग होम संचालन और चिकित्सक के जब कोई कागजात नहीं मिलें, तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे सील कर दिया। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि अवैध रूप से संचालित किये जा रहे नर्सिग होम में नियम विरूद्ध महिलाओं का गर्भपात कराया जाता था। किराये के मकान में चल रहे नर्सिंग होम की छानबीन में स्वास्थ्य विभाग की टीम को कई प्रकार की प्रतिबंधित और जानलेवा दवाईयां भी बरामद हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई से कस्बें में चिकित्सा व्यवसाय कर रहे लोगों के अलावा मैडिकल स्टोर संचालकों में हडकंप मच गया और वह स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई से बचने के लिये अपनी दुकानें बंद कर इधर-उधर खिसक गये। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब नर्सिंग होम को सील कर वापस लौट गई , तो बताया जाता है कि संचालकों ने चोर दरवाजें से वहां से अपना सामान समेटना शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि केन्द्र और राज्य सरकार ने बिगड़ते लिंगानुपात को रोकने के लिये लिंग परीक्षण और गर्भपात को प्रतिबंधित कर रखा है। इसके बावजूद भी पैसा कमाने की चाह में अल्ट्रासाउंड सेन्टर संचालक अवैध रूप से लिंग परीक्षण करने में लगे है। कुछ चिकित्सक भी अवैध रूप से गर्भपात का कार्य कर भारी पैसे कमा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर ऐसे लोगों के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई करता रहता है।